प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार, 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर देश के सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें राष्ट्र का उज्ज्वल भविष्य गढ़ने की नींव बताया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति और महान दार्शनिक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनकी जन्मतिथि पर हर साल शिक्षक दिवस मनाया जाता है। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सभी मेहनती शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। विद्यार्थियों के मन और जीवन को गढ़ने में उनका समर्पण और करुणा ही मजबूत और उज्ज्वल भविष्य की नींव है। हम डॉ. एस. राधाकृष्णन के जीवन और विचारों को भी याद करते हैं।”
इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं और कहा, “शिक्षक विद्यार्थियों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचाने में मदद करते हैं। उनका परिश्रम और समर्पण उत्कृष्टता को बढ़ावा दे रहा है, जीवन को रोशन कर रहा है और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहा है।” उन्होंने प्रसिद्ध सैंड आर्ट कलाकार सुदर्शन पट्टनायक द्वारा बनाए गए विशेष रेत कला के माध्यम से डॉ. राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि भी साझा की।
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शिक्षकों को बधाई दी और उन्हें “मार्गदर्शक प्रकाश” बताया, जो नई पीढ़ी को सही दिशा दिखाते हैं, उनमें मूल्य स्थापित करते हैं और भविष्य के नेताओं को गढ़ते हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंदी में संदेश लिखते हुए कहा कि डॉ. राधाकृष्णन का दर्शन और शिक्षा में योगदान आधुनिक भारत और शिक्षित भारत के निर्माण के लिए प्रेरणा है।
हर साल शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार दिए जाते हैं। इस वर्ष भी गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने विजेताओं से मुलाकात की और कहा कि शिक्षकों के प्रति सम्मान भारतीय समाज की प्राकृतिक और शाश्वत परंपरा है। उन्होंने बताया कि शिक्षकों का सम्मान करना केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि उनके आजीवन समर्पण और प्रभाव की वास्तविक पहचान है।