वाशिंगटन/नयी दिल्ली भारत ने जब पहलगाम का बदला लेने के लिए पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर बमबारी की, तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें पता था कि ‘कुछ होने वाला है’ और उम्मीद जताई कि ‘यह जल्दी खत्म हो जाएगा।’
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए श्री ट्रम्प ने भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह शर्म की बात है, हमने इसके बारे में अभी सुना, ठीक उसी समय जब हम ओवल के दरवाज़े पर चल रहे थे।” उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले का संदर्भ में कहा, “मैंने इसके बारे में अभी सुना, मुझे लगता है कि हम जानते थे कि कुछ होने वाला है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “वे (भारत-पाकिस्तान) लंबे समय से लड़ रहे हैं, वे कई, कई दशकों से लड़ रहे हैं...अब मैं बस यही उम्मीद करता हूं कि यह बहुत जल्दी खत्म हो जाए।”
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ट्रम्प विश्व के पहले नेता थे जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फोन करके उनसे बात की, तथा आतंकवादी हमले की निंदा की और मदद की पेशकश की।
श्री ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में हस्तक्षेप न करने का फैसला किया है, तथा दोनों पक्षों को आपस में मुद्दों को सुलझाने दिया है।
इससे पहले, कल देर रात के बाद रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढाँचे को नष्ट करने के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जहाँ से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया। भारत ने कुल मिलाकर, नौ स्थानों को निशाना बनाया गया है।
बयान में कहा गया है, “हमारी कार्रवाई केंद्रित, मापी गई और गैर-उग्र प्रकृति की रही है। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया है। भारत ने लक्ष्यों के चयन और हमलों के तरीके में काफी संयम बरता है।”
उन्होंने कहा कि भारत ने यह कदम पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं, जिसमें आतंकवादियों ने 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।