New York: भारत के ऑपरेशन सिंदूर' के बाद चीन, कोरिया व मलेशिया ने पाकिस्तान के लिए जहां अपनी उड़ानें रोक दी हैं वहीं अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, रूस व स्वीडन सहित कई देशों ने ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है। पाकिस्तान में अमेरिका के मिशन ने बुधवार को एक सुरक्षा अलर्ट जारी कर अमेरिकी नागरिकों को संघर्ष वाले क्षेत्र छोड़ने की सलाह दी है। अमेरिकी मिशन ने कहा कि वह पाकिस्तान में आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर भारत द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बाद ‘घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है'। ‘सैन्य गतिविधि और बंद हवाई क्षेत्र' शीर्षक वाली सुरक्षा चेतावनी में कहा गया है, ‘‘हमें भारत द्वारा पाकिस्तान में सैन्य हमलों की रिपोर्ट के बारे में पता है। यह एक उभरती हुई स्थिति है और हम घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।''
इसमें कहा गया है, ‘‘अमेरिकी नागरिकों को आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की संभावना के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा के आस-पास के क्षेत्रों के लिए ‘यात्रा नहीं करें' के परामर्श और आम तौर पर पाकिस्तान के लिए अमेरिकी विदेश विभाग की ‘यात्रा पर पुनर्विचार करें' सलाह की याद दिलाई जाती है।'' चेतावनी में कहा गया है, ‘‘हमें यह भी पता है कि हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है, और कई उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।'' इस संदेश के माध्यम से पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने अमेरिकी नागरिकों को सलाह दी कि ‘‘यदि वे सुरक्षित रूप से कर सकते हों तो सक्रिय संघर्ष वाले क्षेत्रों को छोड़ दें, या किसी सुरक्षित स्थान पर शरण लें।''
इसमें कहा गया है कि अमेरिकी नागरिकों को सावधानी बरतनी चाहिए और ‘‘यदि आप खुद को अप्रत्याशित रूप से सैन्य गतिविधियों के आस-पास पाते हैं तो उस क्षेत्र को छोड़ दें। यदि स्थानांतरित नहीं हो सकते हैं तो आश्रय लें, व्यक्तिगत सुरक्षा योजना की समीक्षा करें, खामोशी से रहें, आस-पास के वातावरण से अवगत रहें, पहचान पत्र साथ रखें और अधिकारियों के साथ सहयोग करें।'' अमेरिकी विदेश विभाग ने मार्च में ‘आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की संभावना के कारण' पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करने के लिए एक यात्रा परामर्श जारी किया था। परामर्श में कहा गया, ‘‘आतंकवाद के कारण बलूचिस्तान प्रांत और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत, जिसमें पूर्व संघ प्रशासित कबायली क्षेत्र (एफएटीए) शामिल हैं, की यात्रा न करें और आतंकवाद तथा सशस्त्र संघर्ष की आशंका के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा के सन्निकट क्षेत्र की यात्रा न करें।''