11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देशभर में योग के कार्यक्रम आयोजित हुए और लाखों लोगों ने इसमें भाग लिया। इस बार की थीम -“एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”रही। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनता को शुभकामनाएं दीं और योग को अपनाने की प्रेरणा दी।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक संदेश में लिखा, “योग केवल शरीर को स्वस्थ रखने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह आत्मा की शुद्धि, चित्त की स्थिरता और जीवन के हर पहलू में संतुलन स्थापित करने की चिर पुरातन भारतीय परंपरा है।” उन्होंने इसे भारत की सांस्कृतिक धरोहर बताया जो आज पूरी दुनिया को स्वास्थ्य, शांति और समरसता की ओर ले जा रही है।
ओम बिरला ने अपने पोस्ट में वैदिक श्लोक “न तस्य रोगो न जरा न मृत्युः प्राप्तस्य योगाग्रिमयं शरीरम्” का उल्लेख करते हुए योग के स्वास्थ्य लाभों को उजागर किया। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि “स्वयं और समाज के लिए योग” की भावना को अपनाएं और इस दिव्य मार्ग पर दूसरों को भी प्रेरित करें। वहीं केंद्रीय मंत्री जे. पी. नड्डा ने भी योग करते हुए एक वीडियो साझा किया और लिखा, “योग सिर्फ कसरत नहीं है -यह एक अभ्यास है। सांस, संतुलन और गति के जरिए हम खुद से जुड़ते हैं। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि योग को अपने जीवन का एक हिस्सा बनाएं।” उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में योग को लेकर देश और दुनिया में जागरूकता बहुत बढ़ी है और यह शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य का भी माध्यम बन चुका है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा, “भारत की ऋषि परंपरा ने योग विद्या के माध्यम से न केवल शरीर को स्वस्थ रखने, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग दिखाया है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाकर “विश्व बंधुत्व” की भावना को मजबूत किया है। मोहन यादव ने जनता से अपील की कि वे योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और “स्वस्थ भारत-समर्थ भारत” की दिशा में अपना योगदान दें।
इस वर्ष आयुष मंत्रालय ने भी योग दिवस को और प्रभावी बनाने के लिए ‘योग संगम’, ‘हरित योग’, ‘योगा बंधन’, ‘योगा अनप्लग्ड’, ‘योगा महाकुंभ’ और ‘संगयोग’ जैसे 10 सिग्नेचर इवेंट शुरू किए हैं, जिनका उद्देश्य योग को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना है।