मुंबई, 26 अगस्त 2025: ऐसे समय में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भारतीय सामानों पर भारी टैरिफ लगाने का खतरा मंडरा रहा है, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश को एक बड़ा भरोसा दिलाया है। RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने सोमवार को एक कार्यक्रम में स्पष्ट किया कि भारत इस चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने न केवल बातचीत से समाधान की उम्मीद जताई, बल्कि यह भी बताया कि किसी भी संकट की स्थिति में देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए RBI का 'प्लान B' क्या है।
क्या है RBI का आश्वासन?
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने FICCI और IBA के कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि उनकी पहली उम्मीद यही है कि अमेरिका के साथ व्यापार पर बातचीत सफल रहेगी और इसका असर कम से कम होगा। लेकिन अगर हालात बिगड़ते हैं, तो RBI प्रभावित उद्योगों को अकेला नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा, "वित्तीय स्थिरता और विकास में कोई टकराव नहीं है, बल्कि ये एक स्थायी विकास के लिए जरूरी हैं। हम प्रभावित क्षेत्रों की मदद के लिए तैयार हैं।"
भारत का 'सुरक्षा कवच' - कैसे निपटेंगे चुनौती से?
गवर्नर मल्होत्रा ने सिर्फ आश्वासन ही नहीं दिया, बल्कि देश की आर्थिक ताकत के बारे में भी बताया, जो इस तरह के झटकों को झेलने में मदद करेगी।
1. विशाल विदेशी मुद्रा भंडार: उन्होंने खुलासा किया कि भारत के पास 695 बिलियन डॉलर का विशाल विदेशी मुद्रा भंडार है। यह इतना पैसा है कि इससे देश के 11 महीने के आयात का खर्च आसानी से पूरा हो सकता है। यह भंडार एक 'सुरक्षा कवच' की तरह काम करता है।
2. मजबूत बैंकिंग प्रणाली: देश की 73% कर्ज की जरूरतें RBI के दायरे में आने वाले बैंक और संस्थाएं पूरी करती हैं। RBI जल्द ही 'एक्सपेक्टेड क्रेडिट लॉस' (ECL) नियम लाने जा रहा है, जिससे बैंकों की कर्ज देने की प्रक्रिया और सुरक्षित होगी।
सिर्फ रक्षा नहीं, विकास पर भी पूरा जोर
गवर्नर ने यह भी साफ किया कि RBI का ध्यान सिर्फ आर्थिक झटकों से बचना नहीं, बल्कि देश को आगे ले जाना भी है।
1. 'समृद्ध भारत' का लक्ष्य: उन्होंने कहा, "हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें एक आजाद भारत दिया, और अब हमारा काम इसे एक समृद्ध भारत बनाना है।"
2. ग्रामीण भारत पर फोकस: उन्होंने गांवों तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने वाले बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट्स (BCs) के नेटवर्क को और मजबूत करने पर जोर दिया, ताकि देश के हर नागरिक तक विकास का लाभ पहुंचे।
3. सरकार का साथ: गवर्नर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में किए गए GST बदलावों का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार के ये कदम भी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करेंगे।
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा का यह बयान साफ करता है कि भारत अमेरिकी टैरिफ की धमकी से घबराया नहीं है। देश की रणनीति दो-तरफा है - एक तरफ बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने की कोशिश करना, और दूसरी तरफ अपनी मजबूत आर्थिक स्थिति और विशाल विदेशी मुद्रा भंडार के दम पर किसी भी संकट का सामना करने के लिए तैयार रहना। RBI ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसका लक्ष्य सिर्फ कीमतों को नियंत्रण में रखना नहीं, बल्कि देश की विकास यात्रा को भी जारी रखना है।