इस्लामाबाद। भारत ने जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया, उसमें खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी शामिल है। 1999 के कंधार हाइजैक में भारत की जेल से छुड़ाए गए जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को यह पता चल गया है कि अपनों को खोने का गम क्या होता है। खुद अजहर ने एक बयान जारी करके बताया है कि मृतकों में उसकी सबसे बड़ी बहन और उसके पति मसूद अजहर का भतीजा, उसकी पत्नी, एक और भतीजी और उनके परिवार के पांच बच्चों सहित 14 करीबी शामिल हैं। अजहर ने अपने बच जाने का गम भी जाहिर किया है। इस हमले के बाद दुखी मसूद अजहर ने कहा कि अच्छा होता कि इस हमले में मै भी मारा जाता।