पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घेरने की ‘व्यूह रचना’ के बाद वीरों की धरती राजस्थान से आतंकवाद के खिलाफ ऐसी गर्जना गूंजी है जो सीमा पार बैठे आतंक के आकाओं की नींद उड़ा देगी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अपनी पहली जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को सीधा संदेश देते हुए राष्ट्रवाद, सुरक्षा और न्याय का स्पष्ट एजेंडा पेश किया। उन्होंने वीरता, संकल्प और प्रतिशोध की भाषा में अपने उद्बोधन से 140 करोड़ देशवासियों की भावनाएं व्यक्त कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण मानवता के दुश्मनों के लिए निश्चित तौर पर एक राष्ट्र की सीधी, स्पष्ट और अडिग चेतावनी है।
सवाल उठाने वालों के लिए भी जवाब
न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि सीजफायर के बाद हमारे देश के अंदर बैठे जिन लोगों को लग रहा था कि भारत का कश्मीर और आतंकवाद को लेकर क्या रुख रहने वाला है उन्हें भी आज जवाब मिल गया होगा। राजस्थान के बीकानेर से पीएम नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई बातचीत नहीं होगी। पाकिस्तान से बात होगी तो वह सिर्फ पीओके पर ही होगी। पाकिस्तान पर तगड़ा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कर दिया कि हर आतंकी हमले की उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। एक बार फिर संकल्प दोहराते हुए पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान को भारत के हक का पानी नहीं मिलने वाला। कोई भी ताकत इस संकल्प को रोक नहीं सकती।
‘मां भारती का सेवक सीना तानकर खड़ा है’
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद महज 22 मिनट में ही भारतीय सेनाओं ने आतंकवादियों के 9 सबसे बड़े ठिकानों को तबाह कर दिया। ये जवाब सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं बल्कि नए भारत की नई रणनीति की उद्घोषणा थी। पीएम मोदी ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, ‘मोदी का दिमाग ठंडा है लेकिन लहू गरम रहता है। मोदी की नसों में अब लहू नहीं, गरम सिंदूर बह रहा है।’ यह बयान सिर्फ एक राष्ट्र के नेता की घोषणा नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का प्रतिनिधित्व है।
ऐतिहासिक वादे की दिलाई याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऐतिहासिक वादे की याद दिलाते हुए कहा, ‘मैं देश नहीं झुकने दूंगा, मैं देश नहीं मिटने दूंगा।’ उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिला दिया गया। प्रधानमंत्री ने दो टूक कहा, ‘ये शोध या प्रतिशोध नहीं, ये न्याय है। ये भारत का नया स्वरूप है।’ पहले घर में घुसकर वार करने वाले भारत ने अब सीने पर प्रहार करना शुरू कर दिया है।
आतंक से निपटने की नई नीति
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद से निपटने के 3 सूत्र तय कर दिए हैं। पहला भारत पर आतंकी हमला हुआ तो करारा जवाब मिलेगा। समय, शर्तें और तरीका हमारी सेनाएं तय करेंगी। दूसरा कि एटम बम की गीदड़ भभकियों से अब भारत डरने वाला नहीं है और तीसरा आतंक के आकाओं और आतंकी सरपरस्त सरकार को अलग-अलग नहीं देखेंगे। उन्हें एक ही मानेंगे। पाकिस्तान का स्टेट और नॉन स्टेट एक्टर वाला खेल अब नहीं चल पाएगा। पाकिस्तान को उसकी हरकतों का करारा जवाब मिलेगा।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और सेना चुकाएगी कीमत
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि हर आतंकी हमले की कीमत उसकी सेना और अर्थव्यवस्था को चुकानी होगी। पाकिस्तान पाई पाई के लिए मोहताज नजर आएगा। प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि अब पाकिस्तान से न कोई व्यापार होगा, न कोई बातचीत। अगर कोई बात होगी, तो केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) की होगी। पाकिस्तान को भारत के खून से खेलने की कीमत चुकानी होगी। भारत का संकल्प है कि पाकिस्तान को भारत के हिस्से का पानी भी नहीं दिया जाएगा।
पहले ही हो चुका है कूटनीतिक वार
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत अब सिर्फ सीमा पर ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भी एक निर्णायक युद्ध लड़ रहा है। ऑपरेशन सिन्दूर की सफल रणनीति के बाद भारत ने कूटनीतिक चक्रव्यूह भी रचा है जिसमें आतंक को पोषित करने वाले देश का फंसना तय है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को 33 चुनिंदा देशों में भेजने का निर्णय लिया गया, ताकि पाकिस्तान की वह असली सूरत दुनिया के सामने लाई जा सके जो अक्सर ‘मजबूरी’ के मुखौटे के पीछे छिपी रहती है। वहीं आज बीकानेर से दिए गए पीएम मोदी के कड़े संदेश ने तय कर दिया है कि ‘सिन्दूर’ अब आतंक के माथे पर दहशत की लकीर बनकर चमकता रहेगा। नया भारत यह जानता है कि सच की आवाज जितनी दूर तक जाएगी, झूठ का पर्दा उतनी ही तेजी से फटेगा। पीएम मोदी ने एक बार फिर ये संदेश दिया है कि समूची मानवता के लिए खतरा बन चुके आतंकवाद के खिलाफ हम डटकर खड़े हुए हैं, इसके खात्मे तक लड़ाई जारी रहेगी।