GST प्रणाली में हालिया बदलाव के बाद मदर डेयरी ने अपने उत्पादों की कीमतों में कटौती की है। खासकर दूध के दाम में 2 रुपये प्रति लीटर की कमी की गई है, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। मदर डेयरी ने घोषणा की है कि वह अपने कई वैल्यू-ऐडेड डेयरी उत्पादों और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स के दाम कम कर रही है। यह नया मूल्य निर्धारण 22 सितंबर 2025 से प्रभावी होगा। इससे न केवल ग्राहकों की जेब पर राहत मिलेगी, बल्कि पूरे डेयरी सेक्टर और किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा।
किस प्रोडक्ट पर कितना होगा फायदा?
सबसे बड़ा फायदा पैक्ड UHT दूध को मिलेगा, जिस पर पहले 5% जीएसटी लगता था, अब इसे पूरी तरह से 0% कर दिया गया है। इसका मतलब है कि इस दूध का मूल्य सीधे घटेगा और उपभोक्ताओं को सस्ता मिलेगा। इसके अलावा पनीर, घी, बटर, चीज, मिल्कशेक और आइसक्रीम जैसे डेयरी उत्पादों पर लगने वाला टैक्स 12-18% से घटाकर मात्र 5% कर दिया गया है, जिससे इन चीजों के दाम में भी कमी आएगी।
मदर डेयरी के कई फूड प्रोडक्ट्स जैसे फ्रोजन स्नैक्स, जैम, अचार, नारियल पानी और टमाटर प्यूरी पर भी अब टैक्स दर 12% से घटाकर 5% कर दी गई है, जिससे इन उत्पादों के दाम भी कम होंगे और ग्राहकों को बेहतर विकल्प मिलेंगे।
नई रेट लिस्ट
अब नए दामों की लिस्ट के मुताबिक, टेट्रा पैक दूध का एक लीटर जो पहले 5% GST सहित 77 रुपये में बिकता था, अब आपको 75 रुपये में मिलेगा। घी का 750 ग्राम का टीन जो पहले 750 रुपये का था, अब 720 रुपये में उपलब्ध होगा। 200 ग्राम पनीर की कीमत भी घटकर 95 रुपये से 92 रुपये हो गई है। वहीं, 200 ग्राम चीज स्लाइस की कीमत 170 रुपये से कम होकर 160 रुपये रह गई है।
400 ग्राम पनीर का पैकेट पहले 180 रुपये में मिलता था, जो अब 174 रुपये में मिलेगा। मलाई पनीर का 200 ग्राम पैक भी 100 रुपये से घटकर 97 रुपये का हो गया है। मदर डेयरी के टेट्रा पैक दूध का 450 मिलीलीटर पैक पहले 33 रुपये का था, अब 32 रुपये में मिलेगा। साथ ही, 180 मिलीलीटर मिल्कशेक का पैक भी 30 रुपये की जगह अब 28 रुपये में मिल सकेगा।
कौन से प्रोडक्ट्स के दाम नहीं बढ़ेंगे?
कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि फुल क्रीम दूध, टोंड मिल्क, गाय का दूध जैसे पॉली पैक दूध पर पहले से ही कोई जीएसटी नहीं लगता था और अब भी इन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसलिए इन उत्पादों के दामों में कोई बदलाव नहीं होगा।
मदर डेयरी का बयान
मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंडलिश ने बताया, “जीएसटी दरों में हालिया कटौती से उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। हम पूरी टैक्स छूट सीधे ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं। इससे न सिर्फ पैक्ड फूड की खपत बढ़ेगी, बल्कि किसानों और डेयरी उद्योग के हर स्तर पर इसका सकारात्मक असर होगा।”