दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र में गुड़िया देवी नाम की एक महिला ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) सहित चार नेताओं पर ठगी का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाई है। इस प्राथमिकी में गुड़िया देवी ने तेजस्वी यादव के साथ राजद के सांसद संजय यादव, पूर्व विधायक और राजद नेता ऋषि मिश्रा और कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी मस्कुर अहमद उस्मानी को नामजद करते हुए आरोप लगाया है कि राजद प्रायोजित माई बहन योजना का फॉर्म भरवाते हुए उससे 200 रुपये लिए गए।
गुड़िया ने अपने आरोप में लिखा है कि इस योजना के तहत 2500 रुपये प्रतिमाह लाभ देने की बात कही गई है और इसके एवज में उससे फॉर्म की कीमत 200 रुपए लेने के साथ आधार कार्ड, बैंक खाता और मोबाइल की भी जानकारी ली गयी। गौरतलब है कि राजद नेता तेजस्वी यादव लगातार आने भाषणों में कहते आए हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद अगर उनकी सरकार आएगी तो महिलाओं के किए ‘माई बहन योजना' के तहत उन्हें 2500 रुपये महीना दिया जाएगा। उन्होंने अपने भाषणों में कहीं नही कहा है कि इसके लिए चुनाव से पहले फॉर्म भरना होगा और 200 रुपए की फीस देनी होगी। इसी संदर्भ में गुड़िया देवी ने अपनी प्राथमिकी में दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना के थानाध्यक्ष को लिखा है कि उन्होंने जब 200 रूपये के फॉर्म और 2500 रूपये खाते में आने की बात अपने पति मिथिलेश भगत को बताई तो उन्होंने इस ठगी को उजागर किया।
तेजस्वी और विपक्ष के चार नेताओं के ऊपर दर्ज प्राथमिकी को उसी दिन बिहार सरकार के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता जीवेश कुमार पर दर्ज प्राथमिकी के साथ जोड़ा जा रहा है। जीवेश कुमार पर आरोप है कि उन्होंने एक युट्यूबर को गाली देने के साथ पिटाई की और कपड़े फाड़ दिए। सोमवार को युट्यूबर के समर्थन में राजद नेता तेजस्वी यादव दरभंगा पहुंचे थे और संबंधित थाने पर दबाव डाल कर मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। इसके साथ ही चुनाव से पहले नेताओ पर प्राथमिकी दर्ज करवाने का सिलसिला शुरू हो गया है।