नई दिल्ली : भारतीय हथियारों की मार से हलाकन पाकिस्तान का अमरीका के सामने गिड़गिड़ाना कुछ समय के लिए ही काम आया। शुक्रवार तडक़े जारी मानमुकव्वल के बाद भारत युद्धविराम के लिए आखिर तैयार हो गया और गिदड़भवकियां दे रहे पाकिस्तान की जान में जान आई और दोनों देशों ने सीजफायर की घोषणा भी कर दी, परंतु मात्र तीन घंटे बाद ही पाकिस्तान सेना ने अपनी सरकार की बात मानने से इनकार करते हुए यह युद्धविराम तोड़ दिया। सीजफायर के संबंध में पहला ट्वीट कर दुनिया को जानकारी देने वाले अमरीकी राष्ट्रपति ने युद्ध रुकवाने का श्रेय भले ही लिया हो, लेकिन भारत ने सहमति जताने से पहले पाकिस्तान पर कड़ी शर्तें थोपी। इनमें भविष्य में किसी भी आतंकी हमले को युद्ध की घोषणा मानना शामिल था। यही नहीं, भारत ने सिंधु जलसंधि को दोबारा मानने से भी साफ इनकार कर दिया है। हालांकि पाकिस्तान की गुहार पर अमरीका ने भारत को ऐसा न करने के लिए मानने की भरपूर कोशिश की, परंतु भारत अपने स्टैंड से जरा नहीं डिगा। दुनिया को लग रहा था कि यह युद्ध विराम संभवत: शांति लौटा देगा, परंतु रात्रि आठ बजे पठानकोट-जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान बार्डर पर पाकिस्तान ने जोरदार गोलाबारी शुरू कर दी। थोड़ी ही देर बाद एक बार जमकर ड्रोन हमला बोला। जम्मू, श्रीनगर, पठानकोट, पोखरण में ड्रोन भेजकर विस्फोट करने का असफल प्रयास किया। श्रीनगर आर्मी हैडक्वार्टर के पास लगभग दस ड्रोन से हमला किया, जिसे एयर डिफेंस प्रणाली ने विफल कर दिया। यही नहीं, अन्य जिन भी स्थानों पर ड्रोन हमले किए गए, समाचार लिखे जाने तक सब निष्क्रिय किए गए। उधर शुक्रवार रात आठ बजे से पाकिस्तान की तरफ से जम्मू-कश्मीर के अखनूर, पुंछ, नौशेरा, श्रीनगर, आरएसपुरा, सांबा, उधमपुर में फायरिंग की जा थी। राजौरी में शेलिंग (तोप और मोर्टार) की गई। उधमपुर में ड्रोन से हमला हुआ।
हमलों पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ये कैसा सीजफायर है। श्रीनगर में धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है। इससे पहले भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने शनिवार दोपहर 03:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया। उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। शनिवार को दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए। सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 12 बजे फिर से बात करेंगे। उधर, पाकिस्तान ने भारत के साथ सीजफायर का ऐलान कर दिया है। पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने शनिवार शाम 5:30 बजे सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत और पाकिस्तान तत्काल युद्ध विराम पर सहमत हो गए हैं। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है। वहीं संघर्ष विराम के बाद पाकिस्तान ने भारत के लिए अपना एयर स्पेस खोला। पाकिस्तान ने हवाई क्षेत्र पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए दोनों देशों के बीच सीधे तौर पर बातचीत हुई। शनिवार दोपहर पाक डीजीएमओ ने बातचीत की पहल की, जिसके बाद चर्चा हुई और सहमति बनी। किसी अन्य मुद्दे पर किसी अन्य स्थान पर बातचीत करने का कोई निर्णय नहीं हुआ है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी पाकिस्तान से सीजफायर को लेकर पोस्ट किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ हमेशा से दृढ़ व अटल रुख बनाए रखा है। यह आगे भी ऐसा ही करेगा।
वहीं अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमरीका की मध्यस्थता से हुई वार्ता के बाद भारत और पाकिस्तान तत्काल और पूर्ण संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। अमरीका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट में घोषणा की कि अमरीका की मध्यस्थता में पूरी रात चली बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तत्काल और पूर्ण संघर्ष विराम पर सहमत हो गए हैं। ट्रंप ने यह घोषणा अमरीकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के विदेश मंत्री एस जयशंकर, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से बातचीत के बाद की। रुबियो ने भी एक्स पर ऐसा ही बयान दिया है। अमरीकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और मैं खुद पिछले 48 घंटों से भारत-पाकिस्तान के अफसरों के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी, पीएम शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री एस जयशंकर, आर्मी चीफ आसिम मुनीर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से बातचीत करने में लगे रहे। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पाकिस्तान और भारत की सरकार तुरंत सीजफायर के लिए राजी हो गई हैं। दोनों देश निष्पक्ष मंच पर विवादों का निपटारा करने के लिए बातचीत को तैयार हो गए हैं। हम मोदी और शहबाज शरीफ तारीफ करते हैं कि उन्होंने बुद्धिमत्ता से शांति का रास्ता चुना।
जम्मू-कश्मीर, राजस्थान-पंजाब में फिर ब्लैकआउट
सीजफायर के ऐलान के बाद जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, गुजरात और पंजाब के बॉर्डर वाले जिलों में ब्लैकआउट रद्द कर दिया था, लेकिन पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में फायरिंग के बाद फिर से ब्लैकआउट कर दिया गया है। बॉर्डर वाले जिलों की बिजली काट दी गई है। लोगों को घर से न निकलने की एडवाइजरी जारी की गई है।
संघर्ष के चार दिन… जम्मू-कश्मीर में 20 मौतें
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक जंग जैसे हालात के बाद शनिवार को आधा अधूरा सीजफायर हो गया, पर ये कई गम भी दे गया। ये चार दिन भारत के लिए आसान भी नहीं रहे। भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के जवाब में छह मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की थी। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान भी बॉर्डर से सटे भारतीय राज्यों में लगातार हमले कर रहा था। पाकिस्तानी हमले से जम्मू-कश्मीर में 17 लोग और तीन जवानों की मौत हुई। कई घर मलबे में तबदील हो गए हैं। कई गाडिय़ां क्षतिग्रस्त हो गईं। सडक़ों पर सन्नाटा पसरा है। चौक-चौराहों पर सुरक्षाबलों की तैनाती है। सबसे ज्यादा नुकसान सीमा के आसपास हुआ है।