भारत के साथ बातचीत और तनाव कम करने की कोशिशों के बावजूद चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी सैन्य तैयारियों को कम नहीं किया है। अमेरिका के रक्षा विभाग (पेंटागन) की एक ताज़ा रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि चीन भारत सीमा पर संभावित सैन्य टकराव को ध्यान में रखते हुए लगातार तैयारी कर रहा है।
चीन की वेस्टर्न थिएटर कमांड भारत से जुड़े सैन्य अभियानों की जिम्मेदारी संभालती
रिपोर्ट के अनुसार, चीन की वेस्टर्न थिएटर कमांड भारत से जुड़े सैन्य अभियानों की जिम्मेदारी संभालती है। यह कमांड विशेष रूप से ऊंचाई वाले इलाकों में युद्ध और सीमा से जुड़ी परिस्थितियों के लिए संगठित और प्रशिक्षित की गई है।
चीनी सेना ने पहाड़ी क्षेत्रों में फायर ड्रिल
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2024 में चीनी सेना ने पहाड़ी क्षेत्रों में लाइव फायर ड्रिल और तेज़ सैन्य मूवमेंट से जुड़े अभ्यास किए। इन अभ्यासों का उद्देश्य कम ऑक्सीजन और अधिक ऊंचाई वाली परिस्थितियों में लड़ाई की तैयारी करना था।
सूची में भारत का अरुणाचल प्रदेश भी शामिल
अमेरिकी रक्षा विभाग की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन अपने क्षेत्रीय दावों को ‘कोर इंटरेस्ट’, यानी मूल हित, मानता है, जिन पर किसी भी तरह की बातचीत की गुंजाइश नहीं है। इस सूची में भारत का अरुणाचल प्रदेश भी शामिल बताया गया है, जिसे चीन अपने दावों के दायरे में रखता है।
एलएसी पर बचे हुए गतिरोध वाले इलाकों से पीछे हटने पर सहमति
हालांकि भारत और चीन ने अक्टूबर 2024 में एलएसी पर बचे हुए गतिरोध वाले इलाकों से पीछे हटने (डिसएंगेजमेंट) पर सहमति जताई थी, लेकिन रिपोर्ट चेतावनी देती है कि इससे चीन की दीर्घकालिक सैन्य रणनीति में कोई बदलाव नहीं दिखता। पेंटागन के अनुसार, तनाव में कमी का मतलब यह नहीं है कि चीन ने अपनी सैन्य तैयारियां छोड़ दी हैं।
चीन की कोशिश सीमा पर तनाव कम
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की कोशिश सीमा पर तनाव कम बनाए रखते हुए भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक सहयोग को रोकने की है। साथ ही बीजिंग को भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी को लेकर लगातार चिंता बनी हुई है। चीन अमेरिका के इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बढ़ते गठबंधनों को अपनी रणनीतिक स्वतंत्रता के लिए चुनौती मानता है।
सैन्य आधुनिकीकरण प्रक्रिया भी भारत के लिए महत्वपूर्ण
इसके अलावा, चीन की व्यापक सैन्य आधुनिकीकरण प्रक्रिया भी भारत के लिए महत्वपूर्ण मानी गई है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) मिसाइल क्षमता, वायु शक्ति, साइबर यूनिट्स और अंतरिक्ष-आधारित निगरानी प्रणालियों का तेज़ी से विस्तार कर रही है, जिससे चीन को एक साथ कई मोर्चों पर कार्रवाई करने की क्षमता मिल रही है।
संयुक्त कमांड सिस्टम और तेज़ सैन्य जुटान पर विशेष ध्यान
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने अपनी पश्चिमी सीमा पर सैनिकों की त्वरित तैनाती और लंबे समय तक सैन्य अभियान चलाने की क्षमता को भी मजबूत किया है। बेहतर लॉजिस्टिक्स, संयुक्त कमांड सिस्टम और तेज़ सैन्य जुटान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।