नेपाल की राजनीति में नई पीढ़ी ने सक्रिय कदम उठाए हैं। GenZ कोर कमेटी ने स्पष्ट किया है कि उनका मकसद केवल सत्ता पर कब्ज़ा करना नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार मुक्त नेपाल, भारत और अन्य देशों के साथ मजबूत निवेश और सहयोग और संविधान में सुधार लाना है। यह युवा नेतृत्व अपनी ऊर्जा और सोशल मीडिया की ताकत से देश में बदलाव लाना चाहता है।
PM मोदी की प्रशंसा
GenZ नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की। उन्होंने कहा, "पीएम मोदी दुनिया के सबसे बड़े नेताओं में से हैं। उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की टॉप 3 में पहुंचा दिया है। हम उनके संदेश का स्वागत करते हैं।" GenZ नेताओं ने साफ किया कि केवल केपी ओली ही नहीं, बल्कि सभी भ्रष्ट नेताओं और नौकरशाहों को जेल भेजा जाएगा, जिन्होंने नेपाल को इस हालत में पहुंचाया।नेपाल के हिंदू राष्ट्र बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नेपाल में विभिन्न धर्मों के लोग बिना भेदभाव के साथ रहते हैं। उनका लक्ष्य इंसानियत पर ध्यान रखना है। नेपाल हिंदू और बौद्ध धर्म का केंद्र है और सभी धर्मों को साथ मिलकर रहने का अवसर मिलना चाहिए।
आंदोलन शांतिपूर्ण, 'करो या मरो' की लड़ाई
अर्जुन शाही और तनाका धामी ने कहा कि उनका आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण था। 9 सितंबर को हुए 22 GenZ युवाओं की मौत की जिम्मेदारी राजनीतिक नेताओं पर है। उनका आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ ‘करो या मरो’ की लड़ाई था। GenZ नेताओं ने कहा कि परिपक्वता उम्र से नहीं, अनुभव से आती है। उन्होंने महात्मा गांधी के आदर्शों का अनुसरण करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के युग में उनका मॉडल अलग है। सिर्फ 17 घंटे में क्रांति लाई गई।