भारत और अर्जेंटीना के बीच कृषि पर दूसरी संयुक्त कार्य समूह (JWG) बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। भारत की ओर से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव देवेश चतुर्वेदी ने वर्चुअल रूप से बैठक की सह-अध्यक्षता की, जबकि अर्जेंटीना की ओर से कृषि, पशुधन और मत्स्य पालन सचिव सर्जियो इराएटा ने सह-अध्यक्षता की। दोनों पक्षों ने इस बैठक को कृषि और संबंधित क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करने में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
भारत के लिए अर्जेंटीना महत्वपूर्ण साझेदार
देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि अर्जेंटीना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है। उन्होंने जोर दिया कि दोनों देशों के बीच साझेदारी सहयोग की भावना पर आधारित है, जिसमें ज्ञान, प्रौद्योगिकी और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान दोनों देशों को लाभ पहुंचाता है। उन्होंने कृषि मशीनीकरण, कीट नियंत्रण, जलवायु-अनुकूल कृषि और संयुक्त अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
अर्जेंटीना की प्रतिबद्धता
वहीं सर्जियो इराएटा ने भारत के साथ मूल्यवान साझेदारी को मजबूत करने की अर्जेंटीना की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कृषि मशीनीकरण, जीनोम एडिटिंग और पादप प्रजनन प्रौद्योगिकियों जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने में रुचि जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की समृद्ध कृषि विशेषज्ञता एक-दूसरे के पूरक हो सकती है, जिससे उत्पादकता बढ़ाने, मशीनीकरण को बढ़ावा देने और किसानों के कल्याण में सुधार संभव है।
भारत की कृषि उपलब्धियां
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पादप संरक्षण) मुक्तानंद अग्रवाल ने भारत के कृषि और संबंधित क्षेत्रों का अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने डिजिटल समाधानों, जलवायु-अनुकूल कृषि प्रथाओं, जोखिम न्यूनीकरण और किसानों के लिए ऋण जैसी नवोन्मेषी पहलों के माध्यम से कृषि क्षेत्र को मजबूत करने वाली सरकारी योजनाओं पर रोशनी डाली।
बैठक में चर्चा के प्रमुख बिंदु
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने बागवानी, तिलहन और दालों की मूल्य श्रृंखला, मशीनीकरण, सटीक कृषि, किसानों के लिए कार्बन क्रेडिट, जैव कीटनाशक, टिड्डी नियंत्रण और प्रबंधन, नई प्रजनन प्रौद्योगिकियां और बाजार पहुंच जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
प्रतिनिधित्व
बैठक में कृषि और किसान कल्याण विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पशुपालन और डेयरी विभाग तथा विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। यह बैठक भारत और अर्जेंटीना के बीच कृषि सहयोग को मजबूत करने और दोनों देशों के किसानों के लिए नई संभावनाएं तलाशने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।