19 जून को लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के दौरान मतदाताओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने प्रत्येक मतदान केंद्र पर मोबाइल जमा सुविधा देने का ऐलान किया है।
यह निर्णय भारत निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों के तहत लिया गया है, ताकि चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे और कोई बाधा न आए। जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु जैन ने इस पहल की जानकारी देते हुए बताया कि मतदान के दौरान किसी भी मतदाता को मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
मोबाइल ले जाना है? तो जमा कराएं, टोकन लें, और मतदान के बाद ही वापस पाएं
जिला प्रशासन के मुताबिक, हर मतदान केंद्र के बाहर एक मोबाइल डिपॉजिट काउंटर बनाया जाएगा। यहां 10 जेबों वाला पिजन-होल बॉक्स या जूट बैग मौजूद रहेगा, जिसमें मतदाता अपना स्विच ऑफ किया हुआ मोबाइल फोन जमा कर सकेंगे।
फोन जमा कराने के बदले में उन्हें एक क्रमांकित टोकन मिलेगा, जिस पर बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) के हस्ताक्षर होंगे। मतदान के बाद उसी टोकन को दिखाकर वे अपना फोन वापस ले पाएंगे।
अगर भूल गए फोन... तो क्या होगा?
यदि कोई मतदाता अपना मोबाइल वापस लेना भूल जाता है, तो वोटिंग खत्म होने के बाद सभी बचे हुए मोबाइल बीएलओ को सौंप दिए जाएंगे। बाद में टोकन और पहचान के आधार पर ही फोन वापस किया जाएगा।
एक बार में 10 मोबाइल, एक समय में 4 से 5 वोटर
अधिकारी ने बताया कि एक मतदान केंद्र के भीतर आमतौर पर एक समय में 4 से 5 मतदाता ही मौजूद होते हैं, इसलिए मोबाइल जमा व्यवस्था एक बार में 10 लोगों तक की जरूरत को पूरा कर सकती है। इससे लाइनें लंबी नहीं होंगी और प्रक्रिया भी व्यवस्थित बनी रहेगी।