सिरसा (सतीश बंसल) समाज में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो जीते जी मानवता भलाई के कार्य तो करते ही हैं, साथ में जाते-जाते भी कुछ ऐसा महान कार्य कर जाते हैं जो एक मिसाल बन जाता है। कुछ ऐसी मिसाल बनी है ब्लॉक दारेवाला के गांव झुट्टीखेड़ा निवासी देवीलाल इन्सां की 55 वर्षीय धर्मपत्नी धापी देवी इन्सां। जिनके मरणोपरांत उनकी मृत देह मेडिकल शोध कार्य हेतु दान की गई है। उनके पार्थिव देह को एनसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पानीपत भेजा गया है।
जानकारी देते हुए ब्लॉक प्रेमी सेवक अनिल इन्सां ने बताया कि देवी लाल इन्सां की धर्मपत्नी धापी देवी इन्सां की बीते दिनों अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिसके पश्चात उन्हें सरसा के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। शनिवार को वो सचखंड जा विराजी। शरीरदानी धापी देवी इन्सां ने डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ.गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए जीते ही मरणोपरांत शरीर दान करने का प्रण लिया हुआ था। जिसके पश्चात उनके पति देवीलाल व बेटे कुलदीप इन्सां ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए धापी देवी इन्सां का देहदान कराया। इससे पूर्व बेटा- बेटी एक समान मुहिम को आगे बढ़ते हुए धापी देवी इन्सां की अर्थी को उनकी बेटियां संतोष इन्सां व प्रवीणा इन्सां ने कंधा दिया। इस दौरान शरीर दानी धापी देवी इन्सां की अंतिम विदाई में ब्लॉक दारेवाला के अलावा गांव शहरों से बड़ी संख्या में डेरा अनुयायी व रिश्तेदार पहुंचे। इससे पूर्व सचखंडवासी के आवास पर अरदास का शब्द बोलकर मृत शरीर को फूलों से सजी एंबुलेंस में रखा गया। तत्पश्चात साध संगत, रिश्तेदारों व ग्रामीणों की ओर से गांव के मुख्य सड़क तक उनकी अंतिम विदाई यात्रा निकाली गई। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा, धापी देवी इन्सां तेरा नाम रहेगा, धापी देवी इन्सां अमर रहे, अमर रहे के गगनभेदी नारों से आसमान गुंजायमान कर दिया। बाद में गांव के प्रवेश द्वार से एंबुलेंस को मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया।