नवांशहर (मनोरंजन कालिया ): डिप्टी कमिश्नर अंकुरजीत सिंह द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, आज जिला प्रोग्राम अधिकारी जगरूप सिंह की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट हिफाज़त के अंतर्गत महिलाओं की सुरक्षा के लिए और अधिक पुख्ता प्रबंध किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
जिला प्रोग्राम अधिकारी ने विभिन्न ब्लॉकों से हाज़िर हुए आंगनवाड़ी सुपरवाइज़रों को प्रोजेक्ट हिफाज़त की जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रोजेक्ट महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा उठाया गया एक ठोस कदम है। इसमें विभिन्न विभागों — पुलिस, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ जिला कानूनी सेवा अथॉरिटी की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सरकार द्वारा विस्तृत निर्देश भी जारी किए गए हैं, जिनमें हर विभाग की भूमिका स्पष्ट की गई है।
जिला बाल सुरक्षा अधिकारी कंचन अरोड़ा ने बताया कि प्रोजेक्ट हिफाज़त का मुख्य उद्देश्य किसी भी प्रकार की हिंसा (जैसे मानसिक, शारीरिक, यौन या आर्थिक हिंसा) की शिकार महिला को हर संभव सुरक्षा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट हिफाज़त के तहत महिलाओं को शेल्टर प्रदान करना, मेडिकल सुविधा प्रदान करना, काउंसलिंग सुविधा या आवश्यकता अनुसार पुलिस विभाग के सहयोग से एफ.आई.आर दर्ज कराने जैसी सेवाएं दी जाएंगी।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रोजेक्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार, किसी भी केस की प्राप्ति पर संबंधित सीडीपीओ जो कि प्रोजेक्ट हिफाज़त के तहत प्रोटेक्शन ऑफिसर नामित किए गए हैं द्वारा अपने सर्कल प्रोटेक्शन ऑफिसर (सुपरवाइज़र), महिला मित्र पीड़िता के घर का विज़िट करेंगे और ज़रूरत अनुसार उसे आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने की कार्रवाई करेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रोजेक्ट के अंतर्गत डील किए गए मामलों की मासिक रिपोर्ट नोडल अधिकारी (जिला प्रोग्राम अधिकारी) को प्रस्तुत की जाएगी।
मौके पर पुलिस विभाग से डीएसपी (डी) निर्मल सिंह ने पूर्ण विश्वास दिलाया कि इस प्रोजेक्ट की कार्यप्रणाली और किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिला एवं बच्चों के मामलों में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग पूर्ण सहयोग देगा। साथ ही उन्होंने महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 181 और पुलिस विभाग के आपातकालीन नंबर 112 की जानकारी दी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में कोई भी व्यक्ति इन नंबरों पर कॉल कर घटना की सूचना दे सके और पुलिस सहायता प्राप्त कर सके।
मीटिंग के दौरान नवांशहर जिले के अंतर्गत आने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों से आई आंगनवाड़ी सुपरवाइज़र, बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन सोनिया अंग्रिश, जिला वूमेन हब कोऑर्डिनेटर सुप्रिया ठाकुर, सखी वन स्टॉप सेंटर से हिमशिखा और जिला प्रोग्राम ऑफिस से सुरजीत सिंह भी उपस्थित रहे।