संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर एक गुप्त बैठक की, जिसे परिषद के अध्यक्ष इवेंजेलोस सेकेरिस ने उपयोगी बताया। सोमवार को बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सेकेरिस ने कहा कि सुरक्षा परिषद ऐसी स्थिति में तनाव कम करने में हमेशा मददगार होती है और यह परिषद की जिम्मेदारी है।
बैठक में सभी तनाव कम करने के पक्ष में दिखे
चूंकि यह एक गुप्त बैठक थी, इसलिए इसके विवरण गोपनीय हैं और कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है। बैठक की जानकारी देने वाले सहायक महासचिव मोहम्मद खालिद खैरी ने बाहर निकलते हुए कहा कि सभी तनाव कम करना चाहते हैं। स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “स्थिति अस्थिर है,” और उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया।
परिषद के नियमों के अनुसार गैर-सदस्य देश बैठक में भाग नहीं ले सकते
बैठक में शामिल रूस की उप स्थायी प्रतिनिधि अन्ना इवेस्टिग्नेवा ने कहा, “हमें तनाव कम होने की उम्मीद है।” बता दें कि सेकेरिस ने पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद के अनुरोध पर बैठक बुलाई। अहमद ने गुप्त बैठक की मांग की थी, क्योंकि परिषद के नियमों के अनुसार गैर-सदस्य देश इसमें भाग नहीं ले सकते।
सैन्य टकराव से दूर रहने की अपील
उन्होंने कहा, “इस महत्वपूर्ण समय में सैन्य टकराव से बचना जरूरी है, जो आसानी से नियंत्रण से बाहर जा सकता है।” पिछले महीने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उन्होंने कहा, “मैं इस भयानक आतंकी हमले के बाद लोगों की गहरी भावनाओं को समझता हूं।” बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने भारत के इस आरोप को सिरे से खारिज किया कि पाकिस्तान का हमले में कोई हाथ था।
विवादों को शांतिपूर्ण समाधान करने पर दिया बल
उन्होंने कहा, “हम भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण सहयोगात्मक संबंधों के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं और हम बातचीत के लिए तैयार हैं।” अहमद ने कहा, “स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, बातचीत और तनाव कम करने तथा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की अपील, जैसा कि हमने आज परिषद के सदस्यों से भी सुना, सबसे प्रासंगिक है।”