लीड्स; पहले टेस्ट मैच में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि हम खराब फील्डिंग की वजह से मैच हारे। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने बेन डकेट को जीत का क्रेडिट दिया। उन्होंने कहा यह एक शानदार टेस्ट मैच था और हमारे पास मौके थे, लेकिन ड्रॉप कैच और लोअर ऑर्डर का योगदान न मिलना हमारे लिए नुकसानदायक रहा। कल तक हम सोच रहे थे कि टारगेट 430 तक ले जाएंगे, लेकिन आखिरी विकेट सिर्फ 31 रन पर गिर गए, जिससे बढ़त कम रह गई। आज भी जब पहली विकेट की शानदार साझेदारी हुई, तो लगा कि हम गेम में हैं, लेकिन कुछ मौके हाथ में नहीं आए।
पहले सेशन में हमारी गेंदबाजी बेहतरीन रही। हमने रन नहीं लुटाए, लेकिन जब गेंद पुरानी हो गई, तो रन रोकना मुश्किल होता है। ऐसे में विकेट लेते रहना जरूरी होता है। जडेजा ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की, मौके बनाए। बुमराह के अगला मैच खेलने को लेकर गिल ने कहा कि हर मैच के हिसाब से बुमराह का खेलना तय होता है। अब लंबा ब्रेक है, तो अगला मैच नजदीक आने पर देखेंगे कि वह खेलेंगे या नहीं।
हार के फैक्टर
यशस्वी जायसवाल ने चार कैच छोड़े
पहली पारी में शानदार शतक लगाने के बावजूद यशस्वी फील्डिंग में बुरी तरह विफल रहे। उन्होंने मुकाबले में कुल चार आसान कैच छोड़े, जिनका फायदा इंग्लिश बल्लेबाज़ों ने बखूबी उठाया और भारत को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
मिडल-लोअर ऑर्डर फेल
भारतीय टीम का मिडल ऑर्डर और लोअर मिडल ऑर्डर दोनों पारियों में कोलैप्स कर गया। भारत ने पहले पारी में आखिरी छह विकेट मात्र 41 रन पर गंवा दिए। वहीं, दूसरी पारी में आखिरी पांच बैटर्स 31 रन के अंदर पैवेलियन लौट गए। पहली पारी में करुण नायर शून्य, रवींद्र जडेजा 11 और शार्दुल ठाकुर एक रन बनाकर आउट हुए। दूसरी पारी में करुण नायर 20, रवींद्र जडेजा 25 और शार्दूल ठाकुर 4 रन बनाकर आउट हो गए।
पांचवें दिन भी पिच फ्लैट
आम तौर पर किसी टेस्ट मैच में पांचवें दिन बल्लेबाजी करना मुश्किल होता है। तब तक पिच काफी हद तक टूट जाती है, लेकिन हेडिंग्ले में ऐसा नहीं हुआ। पांचवें दिन भी पिच में गेंदबाजों के लिए कोई मदद मौजूद नहीं थी।
खराब फील्डिंग, नौ कैच ड्रॉप किए
भारत की हार की मुख्य वजह खराब फील्डिंग रही। टीम ने अहम मौकों पर नौ कैच छोड़े। इनमें से छह कैच पहली पारी में छूटे, जबकि तीन कैच दूसरी पारी में ड्रॉप हुए। मैच में सेंचुरी लगाने वाले ओली पोप और बेन डकेट को दो-दो जीवनदान मिले। भारत की ग्राउंड फील्डिंग भी खराब रही।
तीन कमजोर गेंदबाज
लीड्स की पिच पर इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान भारत की गेंदबाजी यूनिट खास प्रदर्शन नहीं कर सकी। साथ ही मुकाबले में चौथे-पांचवें गेंदबाज का प्रदर्शन कमजोर रहा। बुमराह-प्रसिद्ध के अलावा, कोई भी गेंदबाज इंग्लिश बैटर्स को परेशान नहीं कर सका। मोहम्मद सिराज और शार्दूल ठाकुर ने दो-दो और रवींद्र जडेजा ने एक विकेट लिया।
क्रॉजी-डकेट की रिकॉर्ड साझेदारी
इंग्लिश टीम के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। टीम से बेन डकेट और ओली पोप ने शतक लगाए। हैरी बू्रक ने 99 रन बनाए। दूसरी इनिंग में इंग्लिश ओपनर्स जैक क्रॉली और बेन डकेट ने 188 रन जोड़े। यह निर्णायक साझेदारी साबित हुई। दोनों ने इंग्लैंड के लिए चौथी पारी में अब तक की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप की।