नई दिल्ली; वेस्टइंडीज के मुख्य कोच डैरन सैमी का मानना है कि निकोलस पूरन का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अचानक संन्यास लेना खिलाडिय़ों को अपनी राष्ट्रीय टीमों का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रेरित रखने की बढ़ती चुनौती को रेखांकित करता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि और भी खिलाड़ी ऐसा कर सकते हैं। पूरन ने 29 साल की उम्र में टी20 विश्व कप से ठीक आठ महीने पहले सोमवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। यह आक्रामक विकेटकीपर-बल्लेबाज न केवल वेस्टइंडीज का टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे सफल बल्लेबाज है, बल्कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट में बेहद लोकप्रिय खिलाड़ी भी है।
इंग्लैंड दौरे पर वेस्टइंडीज की सीमित ओवरों के प्रारूप में लगातार छठी हार के बाद सैमी ने कहा, मेरी अंतररात्मा की आवाज कह रही थी कि ऐसा कुछ होगा। सैमी ने कहा कि उन्होंने इस क्रिकेटर और उनके एजेंट के साथ पहले हुई बातचीत के बाद पूरन के बिना योजना बनाना शुरू कर दिया था। सैमी ने कहा, आदर्श रूप से ऐसी प्रतिभा को मैं टीम में रखना पसंद करूंगा, लेकिन मैं किसी के करियर को नियंत्रित नहीं कर सकता।