Tuesday, December 09, 2025
BREAKING
जब वंदे मातरम् के 100 साल पूरे हुए थे तब संविधान का गला घोंट दिया गया था: प्रधानमंत्री मोदी हार्दिक पांड्या साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में डबल माइलस्टोन के लिए तैयार IND vs SA T20I : जसप्रीत बुमराह के पास तीन बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका 9 दिसंबर 2025 ट्रैफिक अलर्ट: J&K के प्रमुख मार्गों का हाल, यात्रियों के लिए जरूरी निर्देश MP में मंत्री का भाई गांजा तस्करी में गिरफ्तार, बड़ी कार्रवाई से मचा सियासी बवाल PM मोदी 11 दिसंबर को NDA सांसदों के साथ डिनर मीटिंग करेंगे स्कूल ऑफ एमिनेंस 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए स्टूडेंट्स को तैयार कर रहा है खुशहाल और सेहतमंद पंजाब की ओर सरकार का बड़ा कदम, स्पोर्ट्स स्टेडियम प्रोजेक्ट शुरू मान सरकार ने पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप से स्टूडेंट्स का भविष्य रोशन किया 'वंदे मातरम् पर बहस बंगाल चुनाव के लिए हो रहा है', प्रियंका गांधी ने संसद में केंद्र सरकार को घेरा

खेल

जन्मदिन विशेष: आर पी सिंह अपने करियर के स्वर्णिम आगाज को अंजाम तक नहीं पहुंचा सके

05 दिसंबर, 2025 06:29 PM

नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम में बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की हमेशा कमी रही है। जहीर खान और आशीष नेहरा ने अपने समय में इस कमी की अच्छी तरह भरपाई की थी। इन दोनों की मौजूदगी में ही भारतीय टीम में बाएं हाथ के एक और तेज गेंदबाज, आर पी सिंह, ने मजबूती से भारतीय टीम में जगह बनाई और एक समय अवधि में बड़ी सफलता हासिल की।

6 दिसंबर 1985 को रायबरेली, उत्तर प्रदेश में जन्मे आर पी सिंह का जन्म हुआ था। उनका पूरा नाम रुद्र प्रताप सिंह है। रुद्र बचपन से ही एक क्रिकेटर बनने का सपना देखते थे। वह बाएं हाथ के बेहद प्रभावी गेंदबाज थे। उनकी गेंदों में तेजी के साथ ही स्विंग थी जो बल्लेबाजों को अक्सर परेशान किया करती थी। इस वजह से घरेलू और अंडर-19 क्रिकेट में आर पी सिंह को बड़ी सफलता मिली।

2004 में बांग्लादेश में हुए अंडर-19 विश्व कप में उनका प्रदर्शन शानदार रहा था। इसके बाद उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन का इनाम उन्हें 2005 में मिला, जब उन्हें भारतीय वनडे टीम में शामिल किया गया।

डेब्यू के बाद अगले कुछ सालों तक उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और एमएस धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम में मुख्य गेंदबाज के तौर पर उभरे।

2007 में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका में खेला गया पहला टी20 विश्व कप जीता था। आर पी सिंह की इसमें अहम भूमिका रही थी। सिंह 7 मैचों में 12 विकेट लेकर टूर्नामेंट के दूसरे सफल गेंदबाज थे। टी20 विश्व कप के अगले दो साल तक आर पी सिंह ने भारत के लिए लगातार खेला।

2009 के बाद से उनकी फॉर्म और फिटनेस में लगातार गिरावट आने लगी और फलस्वरुप उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। वह वनडे विश्व कप 2011 का हिस्सा भी नहीं बन सके। इंजरी की वजह से जहीर खान के टीम से बाहर होने के बाद उन्हें 2011 सितंबर-अक्टूबर में आखिरी बार भारतीय टीम में मौका मिला था। सीरीज में वह प्रभावहीन रहे और उसके बाद उन्हें फिर मौका नहीं मिला।

2005 से 2011 के बीच आर पी सिंह ने 14 टेस्ट में 40, 58 वनडे में 69, और 10 टी20 मैचों में 15 विकेट लिए। आर पी सिंह ने 2018 में संन्यास ले लिया था। आईपीएल के 82 मैचों में उन्होंने 90 विकेट लिए। संन्यास के बाद वह कमेंट्री में सक्रिय रहे। फिलहाल वह भारतीय टीम के चयनकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं।

आर पी सिंह एक बड़ी संभावना थे, लेकिन उनका करियर जितनी तेजी से सफलता की ऊंचाई पर गया उतनी ही तेजी से नीचे भी आया।

Have something to say? Post your comment

और खेल खबरें

हार्दिक पांड्या साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में डबल माइलस्टोन के लिए तैयार

हार्दिक पांड्या साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में डबल माइलस्टोन के लिए तैयार

IND vs SA T20I : जसप्रीत बुमराह के पास तीन बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका

IND vs SA T20I : जसप्रीत बुमराह के पास तीन बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने का मौका

IND vs SA 3rd ODI : डी कॉक का शतक, भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 270 रन पर किया ढेर

IND vs SA 3rd ODI : डी कॉक का शतक, भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 270 रन पर किया ढेर

FIFA World Cup 2026: 12 ग्रुप्स और 48 टीमें, क्वालिफाई करने वाली टीमों का ड्रॉ फॉर्मेट जारी

FIFA World Cup 2026: 12 ग्रुप्स और 48 टीमें, क्वालिफाई करने वाली टीमों का ड्रॉ फॉर्मेट जारी

IND vs SA: क्विंटन डी कॉक का वनडे में 23वां शतक, भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा

IND vs SA: क्विंटन डी कॉक का वनडे में 23वां शतक, भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा

जसप्रीत बुमराह: आधुनिक युग के महान तेज गेंदबाज, जिनकी कपिल देव से होती है तुलना

जसप्रीत बुमराह: आधुनिक युग के महान तेज गेंदबाज, जिनकी कपिल देव से होती है तुलना

ब्रिसबेन टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 334 रन पर सिमट गई इंग्लैंड की पहली पारी, मिचेल स्टार्क ने झटके 6 विकेट

ब्रिसबेन टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 334 रन पर सिमट गई इंग्लैंड की पहली पारी, मिचेल स्टार्क ने झटके 6 विकेट

NZ vs WI 1st Test: जैकब डफी के पंजे ने न्यूजीलैंड को दिलाई 96 रन की बढ़त

NZ vs WI 1st Test: जैकब डफी के पंजे ने न्यूजीलैंड को दिलाई 96 रन की बढ़त

वैभव सूर्यवंशी का विश्व कीर्तिमान, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने

वैभव सूर्यवंशी का विश्व कीर्तिमान, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने

Ind vs Sa 2nd ODI Live: किंग कोहली का बैक टू बैक 100, भारत का तीन विकेट पर स्कोर 250 पार

Ind vs Sa 2nd ODI Live: किंग कोहली का बैक टू बैक 100, भारत का तीन विकेट पर स्कोर 250 पार