जयपुर मां मेरी दुनिया तेरे आंचल में, मां है तो संसार है, मां के सामने दुनिया की सारी खुशियां फीकीं…इन शब्दों को कोई समझ गया तो जन्नत नसीब हो गई, लेकिन राजस्थान में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को झकोझोर दिया है। क्योंकि यहां कलियुगी बेटा सिर्फ मां के मरने का इंतजार कर रहा था। यह तो कुछ भी नहीं मरी हुई मां की कलाइयों से चांदी के कड़े लेने के लिए यह बेटा मां की चिता पर लेट गया, जिस कारण अंत्येष्टि में भी देरी हो गई। ग्रामीण लाख समझाते रहे, लेकिन चांदी के इन छोटे से टुकड़ों के लिए इस कलियुगी बेटे ने अपनी औकात दिखा दी।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के जयपुर ग्रामीण के विराटनगर क्षेत्र में 80 वर्षीय महिला का निधन हो गया। इसके बाद मां के बेटों ने अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कीं और मां की देह को अंत्येष्टि के लिए श्मशानघाट ले गए। इस दौरान पूर हिंदू रीति-रिवाज से मृतक मां का संस्कार होने ही वाला था कि ग्रामीणों ने मां के पहने हुए गहने उतार दिए और बड़े बेटे गिरधारी लाल को सौंप दिए। ग्रामीणों ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि बड़े बेटे गिरधारी ने ही मां की सेवा की थी। इस दौरान छोटा बेटा ओम प्रकाश तैश में आ गया और उतारे हुए चांदी के केड़ों की मांग करने लगा। इस कलियुगी बेटे ने अपनी ऐसी औकात दिखाई की समाज भी शर्मसार हो गया।
ओम प्रकाश इतना बिफरा कि मां की चिता पर लेट गया और कहने लगा मुझे चांदी के कड़े दे दो, वरना मैं चिता से उठूंगा नहीं और यहीं मर जाऊंगा। ओम प्रकाश की इस करतूत को देखकर परिवार की बाकी सदस्य, रिश्तेदार और ग्रामीण भी हैरान हो गए। उन्होंने उसे बहुत समझाया कि पहले अंतिम संस्कार होने दे, लेकिन वह नहीं माना। लगभग 2 घंटे तक यह ड्रॉमा चलता रहा। आखिर उसने चांदी के कड़े लेकर ही छोड़े। फिर जाकर अंतिम संस्कार हुआ। खैर, अब मां तो चल बसी है, लेकिन छोटे बेटे की इस करतूत से क्या मां की आत्मा को शांति मिली होगी।