वल्र्ड नंबर-1 मैग्नस कार्लसन ने नॉर्वे चेस 2025 टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया है। वल्र्ड चैंपियन डी गुकेश प्वाइंट्स टेबल में तीसरे नंबर पर रहे। एक अन्य भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी 5वें स्थान पर रहे। जीत के बाद कार्लसन ने कहा, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। टूर्नामेंट जीतना राहत की बात है। टूर्नामेंट काफी उतार-चढ़ाव भरी रहा, लेकिन अंत में सब कुछ अच्छा रहा। गुकेश और अर्जुन के बारे में उन्होंने कहा, सभी बहुत अच्छे हैं। हालांकि, उन्हें अभी भी तैयारी के लिए थोड़ा समय चाहिए। आर्मेनिया में एक टूर्नामेंट चल रहा है, जहां भारत के आर प्रग्गनानंद और अरविंद चिदंबरम ने बहुत अच्छा शतरंज खेला। भारतीय स्टार डी गुकेश ने छठे राउंड में वल्र्ड नंबर-1 मैग्नस कार्लसन को हराया था। गुकेश की क्लासिकल चेस में कार्लसन के खिलाफ पहली जीत हासिल की थी। हार के बाद कार्लसन ने गुस्से में चेस बोर्ड पर मुक्का मारा, जिससे मोहरे बिखर गए। हालांकि बाद उन्होंने गुकेश से माफी मांगी और उनकी पीठ भी थपथपाई। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात नहीं की और चले गए।
चाहे यह अच्छी याद नहीं, पर मुकाबला हमेशा याद रहेगा
डी गुकेश के खिलाफ हुए मुकाबले में मिली हार को लेकर मैग्नस कार्लसन ने कहा, भले ही यह कोई अच्छी याद नहीं, लेकिन मुकाबला हमेशा याद रहेगा।
वूमंस कैटेगरी में यूक्रेन की अन्ना मुजीचुक विजेता
वूमंस कैटेगरी में यूक्रेन की ग्रैंडमास्टर अन्ना मुजीचुक ने खिताब जीता। भारतीय ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी तीसरे और वैशाली रमेशबाबू पांचवें स्थान पर रहीं। मुजीचुक ने कहा, मैं बहुत खुश हूं। इस टूर्नामेंट में जीत बहुत मायने रखती है। मुझे लगता है कि यह बड़ी सफलता है। भारत को नई पीढ़ी से कई नए और अच्छे खिलाड़ी मिल रहे हैं, लेकिन पुरानी पीढ़ी में भी कोनेरू हंपी जैसी दिग्गज रही हैं। मैंने कोनेरू के साथ अपना पहला गेम तब खेला था, जब मैं केवल सात साल की थी। उस समय वो 10 साल की थी। यह 28 साल पहले की बात है।