चंडीगढ़ : समाज कल्याण विभाग द्वारा फेस ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज न करने के आरोप में 7 क्रैच वर्करों और हैल्परों को बर्खास्त करने और 5 कर्मचारियों को समयपूर्व सेवानिवृत्त किए जाने के विरोध में शुक्रवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-17 स्थित विभागीय कार्यालय के बाहर यूटी, एमसी और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
इस विशाल धरने का आयोजन फेडरेशन ऑफ यूटी इम्पलॉइज एंड वर्कर्स चंडीगढ़ के बैनर तले किया गया, जिसकी अध्यक्षता रघबीर चंद और वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेन्द्र कटोच ने की। संचालन समिति में हरकेश चंद, सुनीता शर्मा, नसीब सिंह, तोपलान, तरुण जैसवाल और रंजीत सिंह भी शामिल रहे।
फेस ऐप की आड़ में अन्याय का आरोप
धरने को संबोधित करते हुए महासचिव गोपाल दत्त जोशी, एम. सुब्रह्मण्यम, बिहारी लाल, रेखा गोरा, एम. राजेन्द्रन, प्रेमपाल, सिकंदर शर्मा और हरपाल सिंह ने समाज कल्याण विभाग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि:"बर्खास्त किए गए कर्मचारियों ने 7 अप्रैल 2025 से पहले ही फेस ऐप के जरिए उपस्थिति दर्ज कर दी थी, बावजूद इसके उन्हें 4 अप्रैल को हटा दिया गया।"
वक्ताओं ने यह भी बताया कि विभाग में लगभग 1317 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें से अब तक केवल आधे ही फेस ऐप का उपयोग कर रहे हैं। फिर भी सिर्फ इन 7 कर्मचारियों को टारगेट किया गया क्योंकि उन्होंने समान कार्य के लिए मोबाइल और रिचार्ज भत्ता की माँग की थी।
प्रशासन से दखल की मांग, चेतावनी भी दी गई
धरने के दौरान एडीसी श्री भट्टी के माध्यम से मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें बर्खास्तगी और समयपूर्व रिटायरमेंट के आदेशों को रद्द कर बहाली की मांग की गई। वक्ताओं ने यह स्पष्ट किया कि:"अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो 9 जुलाई को चंडीगढ़ के सभी विभागों के कर्मचारी मुकम्मल हड़ताल करेंगे। इससे जनसाधारण को होने वाली असुविधा के लिए समाज कल्याण विभाग जिम्मेदार होगा।"
शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ शुरू हुआ आंदोलन
धरने की शुरुआत अहमदाबाद हवाई दुर्घटना में शहीद हुए लोगों को मौन श्रद्धांजलि देकर की गई। अंत में अध्यक्ष मंडल की ओर से सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया गया और आंदोलन को और तेज करने का आह्वान किया गया।