नागर विमानन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने देश भर के सभी हवाईअड्डा निदेशकों के साथ विस्तृत वीडियो कॉन्फ्रेंस में दुर्घटना के बाद की जांच, मौसम में बदलाव, भू-राजनीतिक तनाव के कारण कुछ हवाई क्षेत्रों को बंद करने आदि जैसे कई कारणों से उड़ानों के पुनर्निर्धारण के मद्देनजर जमीनी स्तर की तैयारियों और यात्री सहायता तंत्र की समीक्षा की।
अहमदाबाद हवाई अड्डे के निकट एयर इंडिया के विमान की दुर्घटना को ध्यान में रखते हुए, गुरुवार को केंद्रीय मंत्री ने सुरक्षा, यात्री सुविधा और एयरलाइन के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा की। बैठक में गौर किया गया कि मध्य पूर्व की स्थिति, बढ़ी हुई सुरक्षा जांच और यूरोप में रात में उड़ान भरने पर प्रतिबंध के कारण एयर इंडिया को विमानों की उपलब्धता में कमी का सामना करना पड़ रहा है। परिणामस्वरूप, अस्थायी रूप से परिचालन कम होगा, उड़ानों का पुनर्गठन होगा और मीडिया के माध्यम से बदलावों की घोषणा की जाएगी। प्रभावित यात्रियों को फिर से बुक किया जाएगा या पूरा पैसा वापिस किया जाएगा।
वहीं, एयर इंडिया से आग्रह किया गया कि वह हवाई अड्डों पर अपने जमीनी स्तर के समन्वय को मजबूत करे, रद्दीकरण/देरी के बारे में यात्रियों के साथ संचार में सुधार करे और यह सुनिश्चित करे कि ग्राहक सेवा दल संवेदनशील हों और यात्रियों की बढ़ती चिंताओं को सहानुभूति और स्पष्टता के साथ संभालने के लिए तैयार हों।
इस दौरान, जो निर्देश जारी किए गए उनमें से कुछ इस प्रकार हैं-
यात्रियों की समस्याओं का त्वरित एवं तत्काल समाधान सुनिश्चित करने के लिए एयरलाइनों के साथ घनिष्ठ संपर्क पर बल दिया गया।
टर्मिनलों पर भोजन, पीने के पानी और पर्याप्त बैठने की सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए, खासकर उड़ान में देरी या भीड़भाड़ के दौरान।
यात्रियों की शिकायतों का सक्रिय रूप से समाधान करने के लिए प्रमुख टचपॉइंट्स पर पर्याप्त कर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए।
एयरपोर्ट निदेशकों से अनुरोध किया गया कि वे परिचालन सम्बंधी व्यवधानों का सामना करने वाली एयरलाइनों को गेट रीअसाइनमेंट और लॉजिस्टिक सहायता सहित हर संभव सहायता प्रदान करें।
सुरक्षित और संरक्षित हवाई अड्डे के वातावरण को बनाए रखने के लिए, हवाई अड्डे के निदेशकों को पक्षियों और आवारा जानवरों के निवारण सहित वन्यजीव जोखिम प्रबंधन को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया।
इसके अतिरिक्त, केन्द्रीय मंत्री नायडू ने एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में तीन महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई, जो इस प्रकार है –
परिचालन निरंतरता बनाए रखना
जनता के साथ पारदर्शी और जवाबदेह संचार सुनिश्चित करना
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा
आपको बता दें, 18 और 19 जून को स्पाइस जेट, इंडिगो और अकासा के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ भी बैठकें हुईं। केंद्रीय मंत्री ने बेड़े के प्रदर्शन, सुरक्षा निरीक्षण, यात्रियों के अनुभव और सुविधा तथा एयरलाइन संचार रणनीति की समीक्षा की। यह भी निर्णय लिया गया कि बेहतर निगरानी और समन्वय के लिए परिचालन सम्बंधी मामलों पर एयरलाइनों के साथ आवधिक समीक्षा की प्रक्रिया को संस्थागत बनाया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर मंत्रालय ने यह भी बताया कि एयर इंडिया विमान दुर्घटना पर एएआईबी जांच स्थानीय अधिकारियों और एजेंसियों से आवश्यक सहयोग के साथ तेजी से आगे बढ़ रही है।