बुधवार को रुपए ने 24 जून के बाद की सबसे बड़ी एकदिवसीय तेजी दर्ज की। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डॉलर की भारी बिक्री के जरिए हस्तक्षेप किया, जिससे स्थानीय मुद्रा को मजबूती मिली। रुपया 0.7 फीसदी बढ़कर 88.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जबकि पिछली बार यह 88.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबार के दौरान घरेलू मुद्रा 88 प्रति डॉलर के स्तर को पार कर 87.95 प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम स्तर को छू गई।
आईएफए ग्लोबल के संस्थापक एवं सीईओ अभिषेक गोयनका ने बताया कि RBI के सरकारी बैंकों के माध्यम से आक्रामक डॉलर बिक्री के कारण शॉर्ट कवरिंग की लहर शुरू हुई, जिससे पिछले दिनों की मंदी पलट गई और रुपए ने उल्लेखनीय वापसी की। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में रुपया 87 डॉलर से उबरकर 86 के लेवल पर आ सकता है
इसके अलावा फेडरल रिजर्व अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की नरम रुख वाली टिप्पणियों और अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता को लेकर आशावादी संकेतों से अमेरिकी डॉलर कमजोर हुआ। इस वजह से रुपए में तेजी देखने को मिली। डॉलर सूचकांक 0.57% गिरकर 98.85 पर आ गया, जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापता है।
रुपए में दूसरे दिन बंपर तेजी
गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 40 पैसे बढ़कर 87.68 पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार, कच्चे तेल की कम कीमतें और विदेशी पूंजी प्रवाह में नए सिरे से वृद्धि जैसे अन्य सहायक कारकों ने भी निवेशकों की धारणा को बढ़ावा दिया। इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया 87.76 पर खुला और फिर बढ़त के साथ 87.68 के शुरुआती हाई लेवल को छू गया, जो पिछले बंद भाव से 40 पैसे की बढ़त दर्शाता है।