ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तानी जैश कमांडर मसूद इलियास ने एक बड़ा खुलासा किया है। जैश कमांडर के कबूलनामे के अनुसार भारत के ऑपरेशन सिंदूर में आतंकी मसूद अजहर का पूरा परिवार मारा गया है। इस कबूलनामे से यह साफ हो गया है कि भारतीय सेना ने न सिर्फ आतंकी ठिकानों को बर्बाद किया, बल्कि आतंकियों के सरगनाओं को भी करारा जवाब दिया।
जैश कमांडर का वीडियो आया सामने
जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह कहता दिख रहा है, "सब कुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को बहावलपुर के अंदर मौलाना मसूद अजहर की फैमिली के लोग बेवा (विधवा), बेटे और बच्चे रेजा-रेजा हो गए, टुकड़ों में तक्सीम हो गए।" यह वीडियो जैश की आंतरिक मीटिंग का हिस्सा बताया जा रहा है। यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि भारतीय सेना ने बहावलपुर में मसूद अजहर के ठिकाने को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था।
क्या था भारत का निशाना?
7 मई को लॉन्च किया गया 'ऑपरेशन सिंदूर' जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला था। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने PoK और पाकिस्तान के अंदर मौजूद आतंकी अड्डों को निशाना बनाया। बहावलपुर स्थित 'मरकज सुब्हान अल्लाह' नामक मस्जिद में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था। यह अड्डा पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भारतीय सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरेशी ने हमले के बाद प्रेस ब्रीफिंग में पुष्टि की थी कि यह JeM का मुख्यालय था, जहाँ से भारत के खिलाफ कई आतंकी हमलों की योजना बनाई गई थी। सैटेलाइट इमेजेस से भी पता चला था कि यह पूरा ठिकाना मलबे में तब्दील हो गया था।
कौन है मसूद अजहर?
मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक है और भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड है। इसमें 2001 का संसद पर हमला, 2016 का पठानकोट वायुसेना अड्डे पर हमला और 2019 का पुलवामा हमला शामिल है। 2025 के पहलगाम हमले में भी उसकी भूमिका थी। वह 1999 में IC-814 विमान अपहरण कांड के दौरान भारतीय जेल से रिहा हुआ था। संयुक्त राष्ट्र ने 2019 में उसे वैश्विक आतंकी घोषित किया था।