विधानसभा चुनाव में 12 सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार एक-दूसरे को आमने-सामने से टक्कर दे रहे हैं। महागठबंधन के सहयोगी दलों की दरार धीरे-धीरे कर खाई में बदलती जा रही है। 12 विधानसभा सीटों पर एनडीए का अकेला उम्मीदवार है, इसलिए महागठबंधन की दिक्कतें बढ़नी तय है।आइए इन 12 विधानसभा सीटों के समीकरण पर डालते हैं एक नजर-
नरकटियागंज
नरकटियागंज सीट पर बीजेपी ने संजय पांडेय को चुनावी रण में उतारा है। वहीं आरजेडी की तरफ से दीपक यादव की किस्मत पर भरोसा जताया गया है, जबकि कांग्रेस ने यहां से शाश्वत केदार पांडेय को टिकट थमा दिया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में नरकटियागंज विधानसभा सीट पर सात हजार 35 वोट की लीड से एनडीए ने आरजेडी को पीछे छोड़ दिया था। नरकटियागंज सीट पर मुस्लिम वोटरों की आबादी 79 हजार के करीब है। अगर इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के उम्मीदवारों के बीच सवर्ण वोट बटा तो आरजेडी कैंडिडेट को सीधा फायदा हो सकता है।
वारिसलीगंज
वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी ने अनीता महतो को उम्मीदवार बनाया है। अनीता महतो, बाहुबली सरदार अशोक महतो की पत्नी हैं। वहीं कांग्रेस ने वारिसलीगंज सीट पर सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी ने यहां से अरुणा देवी को उम्मीदवार बनाया है। यहां पर मुकाबला दिलचस्प है। मंटन सिंह भूमिहार समाज के बीच काफी लोकप्रिय हैं तो अरुणा देवी भी भूमिहार समाज की ही लीडर हैं।2024 के लोकसभा चुनाव में वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर बीजेपी ने आरजेडी पर 14 हजार छह सौ 31 वोट की लीड बनाई थी।जातीय समीकरण की बात करें तो यादव, भूमिहार, कुर्मी, मुस्लिम, रविदास और पासवान जैसी जातियों का वारसलीगंज में प्रभाव है।यहां भूमिहार वोटरों की आबादी 44 हजार है और मुसहर वोटरों की आबादी 36 हजार है। वैसे कांग्रेस और बीजेपी के बीच भूमिहार वोटरों के बंटने से थोड़ा फायदा मिल सकता है, लेकिन रविदास,पासवान और मुसहर वोटरों की वजह से बीजेपी का पलड़ा भारी हो सकता है। वैसे अनीता महतो को उम्मीद है कि कुर्मी वोटर उनका साथ देंगे।
कहलगांव
कहलगांव से जेडीयू ने शुभानंद मुकेश चुनावी मैदान में उतारा है।शुभानंद मुकेश, कांग्रेस के दिग्गज नेता सदानंद सिंह के बेटे हैं। वहीं आरजेडी ने यहां से रजनीश भारती तो कांग्रेस ने प्रवीण सिंह कुशवाहा को चुनावी मैदान में उतारा है। सदानंद सिंह अंग क्षेत्र में कुर्मी समाज के बहुत बड़े नेता थे,इसलिए कुर्मी समाज का एकतरफा समर्थन शुभानंद मुकेश को मिल सकता है। वैसे कांग्रेस को उम्मीद है कि प्रवीण सिंह कुशवाहा को कोइरी वोटरों का समर्थन मिल सकता है। कहलगांव सीट पर 60 हजार के करीब मंडल वोटर हैं तो मुस्लिमों वोटरों की संख्या 59 हजार है। इसके अलावा कहलगांव सीट पर यादव,ब्राह्मण, रविदास और पासवान वोटरों की अच्छी खासी संख्या है। 2024 के लोकसभा चुनाव में कहलगांव विधानसभा सीट पर 29 हजार सात सौ 66 वोट की लीड जेडीयू को मिली थी।
सुल्तानगंज
सुल्तानगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी के चंदन सिन्हा और कांग्रेस के ललन कुमार चुनावी मैदान में हैं। वहीं जेडीयू ने यहां से ललित नारायण मंडल को फिर से टिकट दिया है। सुल्तानगंज सीट पर मंडल समाज के वोटरों की आबादी 45 हजार है, जबकि भूमिहार वोटरों की आबादी भी 45 हजार है। सुल्तानगंज विधानसभा सीट के चुनावी नतीजों को तय करने में कुशवाहा, यादव, ब्राह्मण और मुस्लिम वोटरों की भी अहम भूमिका रही है।सुल्तानगंज सीट को जेडीयू का गढ़ माना जाता है। ऐसे में कांग्रेस और आरजेडी के बीच वोट बंटने से जेडीयू को फायदा मिल सकता है।
वैशाली
वैशाली विधानसभा सीट पर जेडीयू ने सिद्धार्थ पटेल को चुनावी रण में उतारा है। वहीं आरजेडी के अजय कुशवाहा और कांग्रेस ने ई. संजीव सिंह को टिकट दिया है। वैशाली में कुशवाहा, यादव और सवर्ण मत निर्णायक हैं। इस सीट पर कुर्मी वोटर जेडीयू का तो कुशवाहा वोटर अजय कुशवाहा का समर्थन कर सकते हैं। वहीं वैशाली में सवर्ण वोटर जेडीयू और कांग्रेस के बीच बट सकते हैं।
सिकंदरा
सिकंदरा सीट पर आरजेडी के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी का सामना कांग्रेस के विनोद चौधरी से है। दोनों दलित समाज से हैं, जिससे एससी मतों में बिखराव तय है। वहीं एनडीए के पक्ष में यहां अति पिछड़ा और सवर्ण वर्ग के एकजुट होने का फायदा मिल सकता है।
बछवाड़ा
बछवाड़ा में कांग्रेस के गरीब दास तो भाकपा माले ने अवधेश राय को टिकट दिया है। यह मजदूर–दलित बहुल इलाका है, जहां वामदलों का गढ़ रहा है। कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक कमजोर दिख रहा है। एनडीए को मतों के बिखराव से बढ़त मिल सकती है।
बिहारशरीफ
यहां कांग्रेस के शिव कुमार यादव और सीपीआई(एमएल) के औमेर खान में सीधा मुकाबला देखने को मिल सकता है। यहां यादव–मुस्लिम समीकरण में दरार पैदा होने से एनडीए का फायदा मिल सकता है।
करगहर
करगहर सीट पर कांग्रेस के संतोष मिश्रा और भाकपा माले के महेंद्र गुप्ता चुनावी रण में एक-दूसरे का सामना कर रहे हैं। यहां ब्राह्मण और दलित मतों का समीकरण सबसे ज्यादा दिलचस्प है। करगहर सीट पर राजपूत समाज के वोटरों की आबादी 90 हजार के करीब है। वहीं रविदास समाज के वोटरों की आबादी भी 37 हजार है। 2024 के लोकसभा चुनाव में करगहर विधानसभा सीट पर बीजेपी ने कांग्रेस पर तीन हजार 35 वोट की लीड बनाई थी। करगहर विधानसभा सीट पर कुर्मी और कोइरी वोटरों की निर्णायक भूमिका है।इसके अलावा यादव और अति पिछड़े वोटरों की भी अच्छी खासी संख्या है।
राजापाकड़
राजापाकड़ सीट पर कांग्रेस की प्रतिमा दास और भाकपा माले के मोहित पासवान आमने-सामने हैं। यह एससी समाज के लिए आरक्षित सीट है। यहां पासवान और रविदास वोटों का बंटवारा निश्चित रूप से महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकता है।
बाबूबरही
बाबूबरही सीट पर आरजेडी के अरुण कुशवाहा और वीआईपी के बिंदु गुलाब यादव आमने सामने हैं। दोनों पिछड़ा वर्ग से हैं, जिससे कुशवाहा–यादव समीकरण में टकराव होना तय माना जा रहा है। बाबूबरही में यादव वोटरों की आबादी 45 हजार है तो मुस्लिम वोटरों की आबादी 35 हजार है। एनडीए यहां कोयरी और ब्राह्मण वोटों पर निर्भर रहकर बढ़त बना सकती है।
चैनपुर
चैनपुर विधानसभा सीट पर आरजेडी के ब्रज किशोर सिंह और वीआईपी के बालगोविंद बिंद में मुकाबला है। यहां बिंद, राजपूत और दलित मतदाता निर्णायक हैं। यहां महागठबंधन का पारंपरिक वोट बैंक बिखरता दिख रहा है, जिससे एनडीए उम्मीदवार को फायदा मिल सकता है।
महागठबंधन की आपसी लड़ाई के क्या नतीजे निकलेंगे?
12 विधानसभा सीटों का जातीय और राजनीतिक विश्लेषण साफ इशारा करता है कि महागठबंधन के घटक दलों के बीच समन्वय की कमी से एनडीए को फायदा मिल सकता है।
| सीट |
आरजेडी के कैंडिडेट |
कांग्रेस का उम्मीदवार |
| नरकटियागंज |
दीपक यादव |
शाश्वत केदार पांडेय |
| वारिसलीगंज |
अनीता महतो |
सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह |
| कहलगांव |
रजनीश भारती |
प्रवीण सिंह कुशवाहा |
| सुल्तानगंज |
चंदन सिन्हा |
ललन कुमार |
| वैशाली |
अजय कुशवाहा |
संजीव सिंह |
| सिकंदरा |
उदय नारायण चौधरी |
विनोद चौधरी |
| सीट |
कांग्रेस के कैंडिडेट |
सीपीआई का उम्मीदवार |
| बछवाड़ा |
गरीबदास |
अवधेश राय |
| बिहारशरीफ |
शिवकुमार यादव |
उमैर खान |
| करगहर |
संतोष मिश्रा |
महेंद्र गुप्ता |
| राजापाकर |
प्रतिमा दास |
मोहित पासवान |
| सीट |
आरजेडी के कैंडिडेट |
वीआईपी का उम्मीदवार |
| बाबूबरही |
अरुण कुशवाहा |
बिंदु गुलाब यादव |
| चैनपुर |
ब्रजकिशोर सिंह |
बालगोविंद बिंद |