नई दिल्ली। फ्राइडे स्टोरीटेलर्स निर्मित और नीरज पांडे रचित स्पेशल ऑप्स-2, 11 जुलाई से जियोहॉटस्टार पर, मॉडर्न जासूसी की नई परिभाषा लेकर आ रहा है। इस बार दिल्ली की फिज़ाओं में सिर्फ़ राजनीति नहीं, खुफिया मिशनों की सनसनी भी तैर रही है स्पेशल ऑप्स 2 की ताक़तवर टीम राजधानी दिल्ली पहुंची। इस दौरान शो के प्रमुख चेहरे के के मेनन, नीरज पांडे, शिवम नायर, करण टैकर, ताहिर राज भसीन और विनय पाठक एक मंच पर एकत्रित हुए. सभी ने अपने-अपने किरदारों, कहानी की परतों और स्पेशल ऑप्स की बढ़ती दुनिया को लेकर दिलचस्प अनुभव साझा किए। क्रिएटर नीरज पांडे से जब पूछा गया कि क्या इस सीजन की कहानी असली इंटेलिजेंस से प्रेरित है, तो उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा और डिजिटल खतरों को अब हम भविष्य की नहीं, आज की चुनौती के रूप में देख रहे हैं। जिस तरह हम डिजिटल दुनिया में अपनी पहचान और लेनदेन को संभालते हैं, वो हमें और अधिक असुरक्षित बनाता है। इस सीजन में जो कुछ आप देखेंगे, वो काफी हद तक असली खुफिया अधिकारियों से मिली बातचीत और उनके अनुभवों से प्रेरित है। असलियत ही हमेशा हमारी कहानी का आधार रही है।
केके मेनन, जो एक बार फिर ‘हिम्मत सिंह’ के किरदार में नजऱ आएंगे, ने कहा कि एक अभिनेता के लिए सबसे आसान चीज़ तब होती है जब लेखन बेहतरीन हो। बस संवादों के पीछे छिपे भाव को समझना होता है, और वही निभाना होता है। जो भी आपने देखा या महसूस किया, उसका सारा श्रेय लेखन को जाता है। करण टैकर, जो इस सीजन में और भी मज़बूत भूमिका में हैं, ने कहा कि किसी भी किरदार का विकास लेखन के ज़रिए ही होता है, और इसका पूरा श्रेय जाता है नीरज सर को। इस बार की कहानी में एक्शन, ड्रामा और इमोशन,सब कुछ कई गुना बढ़ गया है। स्पेशल ऑप्स का यूनिवर्स अब और भी विशाल हो गया है। विनय पाठक, जो एक बार फिर ‘अब्बास शेख’ के रूप में वापसी कर रहे हैं, ने बड़े ही सहज लेकिन गूढ़ अंदाज़ में कहा कि काम एक बार कर लिया तो समझो खाना खा लिया, अब यदि उसी प्लेट से दोबारा खाना हो तो मेहनत बढ़ जाती है। इसके साथ ही उन्होंने अपने खास अंदाज़ में दिल्ली पुलिस को लेकर भी एक बात जोड़ी, दिल्ली पुलिस देश की सबसे होशियार फोर्स है। हम सभी को कभी न कभी उनका अनुभव हुआ होगा – मुझे भी हुआ है! वो तेज़ हैं, सडक़-समझदार हैं और हमेशा अलर्ट रहते हैं।