महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (एमडब्ल्यूसीडी), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के साथ मिलकर एक नई पहल की शुरुआत करने जा रहा है। इसके तहत आज मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में किशोरियों के कौशल विकास के लिए एक संयुक्त पायलट पहल ‘नव्या’–युवा किशोरियों के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण के ज़रिए आकांक्षाओं का पोषण कार्यक्रम की की जाएगी।
कार्यक्रम का उद्घाटन एमएसडीई राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। नव्या एक पायलट पहल है, जिसका मकसद 16-18 वर्ष की आयु की किशोरियों को कक्षा 10 की न्यूनतम योग्यता के साथ मुख्य रूप से गैर-पारंपरिक नौकरी भूमिकाओं में व्यावसायिक प्रशिक्षण मुहैया कराना है।
आपको बता दें, यह पायलट पहल देश के 27 जिलों में लागू की जाएगी, जिसमें 19 राज्यों में फैले आकांक्षी जिले और पूर्वोत्तर राज्यों के जिले भी शामिल हैं, जो वंचित क्षेत्रों और कमज़ोर वर्गों तक पहुँचने की सरकार की समावेशी विचारधारा को दर्शाता है।
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान, दोनों मंत्रालय किशोरियों के लिए कौशल प्रयासों को संस्थागत बनाने की प्रक्रिया के लिए अपने सहयोग को औपचारिक रूप देंगे। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) और अन्य प्रमुख कौशल विकास योजनाओं की विशेषताओं पर आधारित होगा।
इस कार्यक्रम में किशोर बालिका प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत, पीएमकेवीवाई और पीएम विश्वकर्मा प्रमाणपत्र भी बांटे जाएंगे।
दरअसल, नव्या के ज़रिए, केंद्र सरकार स्किल, आत्मविश्वास और अवसरों के साथ लड़कियों को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरा रही है, ताकि हर युवा महिला एक विकसित, आत्मनिर्भर और समावेशी भविष्य बनने के भारत के सफर में भागीदार बन सके।