नई दिल्ली; अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों को नजरअंदाज करते हुए एप्पल ने भारत में अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए भारी निवेश किया है। एप्पल की महत्त्वपूर्ण सप्लायर कंपनी फॉक्सकॉन ने भारत में अपने प्लांट के ऑपरेशन के लिए बीते पांच दिनों में 1.24 बिलियन डालर (12,800 करोड़ रुपए) का निवेश किया है। कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी है। जानकारी के मुताबिक यूझान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के फॉक्सकॉन के तमिलनाडु यूनिट में यह निवेश हुआ है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ समय पहले ही एप्पल को नसीहत दी थी कि भारत में वह निवेश न करे। डोनाल्ड ट्रंप ने एप्पल को साफ तौर पर जाहिर किया था कि वह नहीं चाहते कि कंपनी भारत में किसी तरह का निवेश करे। हालांकि ट्रंप की इच्छा के विरुद्ध कंपनी भारत में अपना बड़ा कदम उठाने जा रही है। एप्पल की महत्त्वपूर्ण सप्लायर कंपनी फॉक्सकॉन ने भारत में अपने प्लांट के विस्तार के लिए तमिलनाडु स्थित यूनिट में 12,800 करोड़ रुपए का निवेश किया है। दिग्गज टेक कंपनी एप्पल ने यह निवेश ऐसे समय में किया है, जब वह चीन से अपने कारोबार को भारत में शिफ्ट करने की तैयारी में है। एप्पल भारत में अपना प्रोडक्शन तेजी के साथ बढ़ाना चाहती है।
इससे पहले एप्पल के सीईओ टिम कुक ने ऐलान किया था कि अमरीका में जून के क्वार्टर में बिकने वाले अधिकतर आईफोन भारत में निर्मित होंगे। वहीं अब टैरिफ अनिश्चितता को देखते हुए चीन में बने फोन ही दुनिया में भेजे जाएंगे, जहां उन्हें बेचा जाएगा। वित्त वर्ष 2025 के दौरान फॉक्सकॉन की भारत से दोगुनी आय हुई है, जो लगभग 20 बिलियन डॉलर के आसपास है। इस आय का मुख्य रूप से हिस्सा आईफोन प्रोडक्शन के तौर पर आया है। एसएंडपी ग्लोबल की मानें, तो एप्पल ने वर्ष 2024 में अमरीकी बाजार में कुल 759 लाख फोन बेचे हैं। बता दें कि एप्पल ने मार्च के महीने में ही 31 लाख फोन भारत से निर्यात किए हैं। निर्यात को बढ़ाने के लिए कंपनी को अपना प्रोडक्शन बढ़ाना होगा। इसके अलावा कंपनी दूसरे यूनिट से प्रोडक्शन भी कर सकती है। सरकार की मानें तो एप्पल का दुनिया भर में जितना उत्पादन होता है, उसका 15 फीसदी उत्पादन भारत में होता है। एप्पल वित्तीय वर्ष में इस उत्पादन को बढ़ाकर छह करोड़ तक पहुंचाना चाहती है।
यह कहा था डोनाल्ड ट्रंप ने
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोहा में एप्पल के सीईओ टिम कुक से भारत में आईफोन के उत्पादन को बंद करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि भारत में उत्पादन करने से अमरीका में आईफोन का उत्पादन कम होगा, जिससे भारत को टैरिफ से फायदा होगा। वह नहीं चाहते कि एप्पल भारत में उत्पादन करे, क्योंकि भारत में टैरिफ बहुत ज्यादा है। एप्पल कोअमरीका में ही आईफोन बनाने चाहिए।