रियर एडमिरल सतीश वासुदेव ने शनिवार को पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) का पदभार संभाला। वे नौसेना के अनुभवी अधिकारी हैं और नौवहन व दिशा के विशेषज्ञ माने जाते हैं।
एडमिरल को 1 जुलाई 1993 को नौसेना में कमीशन मिला था। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) खड़कवासला, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज (डीएसएससी) वेलिंगटन और नौसेना युद्ध महाविद्यालय, गोवा के पूर्व छात्र हैं।
अपने करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण जहाजों और तटीय पदों पर काम किया है। वे आईएनएस गोमती और आईएनएस तरकश जैसे युद्धपोतों की कमान संभाल चुके हैं। डीएसएससी में उन्होंने निर्देशन स्टाफ का काम किया। नौसेना मुख्यालय (एनएचक्यू) में कमोडोर (नौसेना योजनाएं) और पूर्वी नौसेना कमान में कमोडोर (संचालन) के रूप में भी सेवाएं दीं।
1 मार्च 2024 को फ्लैग रैंक पर प्रमोशन के बाद वे मुंबई में फ्लैग ऑफिसर ऑफशोर डिफेंस एडवाइजरी ग्रुप (एफओडीएजी) के प्रमुख रहे। इसके बाद गुजरात, दमन और दीव नौसेना क्षेत्र के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग बने। अब वे पश्चिमी नौसेना कमान में मुख्य स्टाफ अधिकारी (संचालन) की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
रियर एडमिरल को उनकी सेवाओं के लिए नौसेना पदक से सम्मानित किया जा चुका है। पश्चिमी नौसेना कमान भारत की समुद्री सुरक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मुंबई से संचालित यह कमान अरब सागर और पश्चिमी तट की रक्षा करती है।
नए पद पर एडमिरल की नियुक्ति से कमान के संचालन में और मजबूती आएगी। वे अपनी विशेषज्ञता से नौसेना की तैयारियों को नई ऊंचाई देंगे। नौसेना के अधिकारियों ने उनकी नियुक्ति का स्वागत किया है।