प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत गिनी गणराज्य को निर्यात के लिए बिहार स्थित मरहौड़ा संयंत्र में निर्मित अत्याधुनिक लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह मरहौड़ा संयंत्र में निर्मित पहला निर्यात लोकोमोटिव है। इन लोकोमोटिव्स में उच्च हॉर्स पावर वाले इंजन, उन्नत एसी प्रणोदन प्रणाली, माइक्रोप्रोसेसर आधारित नियंत्रण प्रणाली और एर्गोनॉमिक केब डिज़ाइन जैसी विशेषताएं हैं। इनमें पुनरुत्पादक ब्रेकिंग तकनीक (Regenerative Braking) जैसी आधुनिक सुविधाएं भी शामिल हैं।
पटलिपुत्र से गोरखपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी
इस दौरान प्रधानमंत्री ने पटलिपुत्र से गोरखपुर के बीच (मुजफ्फरपुर और बेतिया होते हुए) वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई।
सिवान में जनसभा के दौरान कई परियोजनाओं की सौगात
सिवान में आयोजित एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया गया। उन्होंने जल, रेल और ऊर्जा क्षेत्रों से जुड़ी कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
बिहार में रेलवे बुनियादी ढांचे को मिला नया बल
प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में रेलवे बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नई वैशाली–देवरिया रेल परियोजना का उद्घाटन किया और इस मार्ग पर एक नई ट्रेन सेवा को रवाना किया।
‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत छह एसटीपी का उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम के तहत 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स (एसटीपी) का उद्घाटन किया। ये संयंत्र क्षेत्र की आबादी को सेवाएं प्रदान करेंगे।
बिहार के विभिन्न शहरों में पेयजल और स्वच्छता परियोजनाओं की आधारशिला
प्रधानमंत्री ने बिहार के कई शहरों में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से जलापूर्ति, स्वच्छता और सीवेज उपचार अवसंरचना से जुड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं का उद्देश्य लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना है।
500 मेगावाट बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली का शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने बिहार में 500 मेगावाट बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) की भी आधारशिला रखी। ये स्टैंडअलोन BESS इकाइयां राज्य के 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर स्थापित की जाएंगी, जिनमें मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया और सिवान शामिल हैं। प्रत्येक इकाई की क्षमता 20 से 80 मेगावाट घंटों तक होगी। ये प्रणाली पीक डिमांड के समय ग्रिड को संग्रहित ऊर्जा प्रदान कर वितरण कंपनियों की बिजली खरीद लागत को कम करेंगी, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत लाभार्थियों को सौगात
प्रधानमंत्री ने बिहार में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त जारी की। साथ ही, इस योजना के अंतर्गत बनकर तैयार हुए 6,600 से अधिक आवासों के गृह प्रवेश कार्यक्रम के तहत कुछ लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से घरों की चाबियां भी सौंपीं।