नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बीच हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव के सेना और वायुसेना वेरिएंट को चार महीने की रोक के बाद फिर से संचालन की मंजूरी मिल गई है। यह निर्णय एक डिफेक्ट इन्वेस्टिगेशन कमेटी की सिफारिशों के आधार पर लिया गया है, जिसने हेलिकॉप्टरों की तकनीकी खामियों की समीक्षा की थी। एएलएच ध्रुव हेलिकॉप्टरों को चार महीने की रोक के बाद सेना और वायुसेना के लिए फिर से मंजूरी मिलना भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
पांच जनवरी, 2025 की दुर्घटना के बाद शुरू हुई जांच और सुधार प्रक्रिया ने हेलिकॉप्टर की सुरक्षा और विश्वसनीयता को सुनिश्चित किया है। 5 जनवरी, 2025 को भारतीय तटरक्षक बल के एक एएलएच ध्रुव हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सभी ध्रुव हेलिकॉप्टरों को ग्राउंड कर दिया गया था। इस दुर्घटना ने हेलिकॉप्टर की तकनीकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए, जिसके बाद रक्षा मंत्रालय ने एक डिफेक्ट इन्वेस्टिगेशन कमेटी का गठन किया।