तेहरान। इजरायली वायु सेना ने बुधवार शाम पश्चिमी ईरान में फिर से हमले किए। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के प्रवक्ता एफी डेफ्रिन ने कहा है कि इजरायली जेट विमानों ने सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के प्रक्षेपण और भंडारण स्थलों को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि यह पिछले 24 घंटों में ईरान पर इजरायली हवाई हमलों की तीसरी बड़ी कार्रवाई है। रात भर चले इस अभियान में 50 से अधिक लड़ाकू विमानों ने तेहरान के आसपास लगभग 40 लक्ष्यों को निशाना बनाया।
उन्होंने कहा कि जिन लक्ष्यों पर हमला किया गया, उनमें एक सेंट्रीफ्यूज उत्पादन स्थल भी शामिल है, जो ईरानी सरकार के यूरेनियम संवर्धन का एक प्रमुख घटक है। उन्होंने कहा कि रात में एक और ठिकाने पर हमला किया गया जो तेहरान के पास स्थित है और उसका उपयोग एंटी-टैंक मिसाइलों के निर्माण के लिए किया जाता था । हमलों की दूसरी कार्रवाई बुधवार अपराह्न शुरू हुई, जिसमें तेहरान में 20 से अधिक अतिरिक्त लक्ष्यों पर हमला किया गया। जिन लक्ष्यों पर हमला किया गया, वे ईरान के सैन्य हथियार उद्योग और उसके सुरक्षा तंत्र का हिस्सा थे। इनमें मिसाइल उत्पादन से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण साइटें शामिल हैं, जिनमें इंजन, नेविगेशन सिस्टम और मिसाइलें बनायी जाती हैं।
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना के अनुसार बुधवार को तेहरान में पुलिस मुख्यालय के पास एक क्षेत्र में इजरायली हमला हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस बीच ईरानी विदेश मंत्रालय ने जर्मनी के राजदूत को तलब किया और जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ की उस टिप्पणी पर विरोध जताया, जिसमें उन्होंने ईरान पर इजरायल के हमलों का समर्थन किया था। ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ‘भड़काऊ’ टिप्पणियों का विरोध करने के लिए स्विस दूत को भी तलब किया । गौरतलब है कि ट्रंप ने ईरान को ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ को कहा है।