सिरसा (सतीश बंसल)। सिरसा में प्रस्तावित आईआईटी की स्थापना के लिए अब सिरसा के लोग खुलकर समर्थन में आ गए हैं। हर कोई चाहता है कि सिरसा में ही आईआईटी की स्थापना हो ताकि यहां के युवाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कोई दिक्कत न आए। इसी कड़ी में अब सिरसा के आढ़ती तथा व्यापारी भी समर्थन में आ गए हैं। आज आढ़ती एसोसिएशन सिरसा के पूर्व प्रधान मनोहर मेहता की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें आईआईटी की सिरसा में स्थापना के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नाम एक प्रस्ताव पारित किया गया।
मनोहर मेहता ने कहा कि सिरसा जिला में आईआईटी की स्थापना होने से एक नई क्रांति का आगाज होगा। शैक्षणिक रूप से अति पिछड़ा जिला होने के साथ-साथ यह तीन राज्यों की सीमा को भी लगता है। राजस्थान, पंजाब राज्यों को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने सरकार द्वारा प्रस्तावित भारतीय प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना सिरसा में स्थापित करने का निवेदन किया और कहा कि सिरसा में आज तक कोई बड़ा प्रोजेक्ट केंद्र सरकार द्वारा नहीं दिया गया है। अगर वास्तव में ही इस क्षेत्र का विकास करना चाहते हैं तो आईआईटी की सौगात दी जाए। उन्होंने कहा कि आईआईटी की स्थापना के लिए सिरसा जिला उपयुक्त है क्योंकि यहां पर सभी ग्राम पंचायतों के पास सैकड़ों एकड़ जमीन है। सभी पंचायतें जमीन देने को तैयार हैं। ऐसे में सरकार को जमीन की खरीद भी नहीं करनी पड़ेगी। मेहता ने कहा कि आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है। हमारे क्षेत्र के युवाओं को बेहतरीन सुविधा मिले इसके लिए आईआईटी की सौगात सिरसा को देकर केंद्र सरकार बिना किसी भेदभाव के विकास की गति को आगे बढ़ाए। भौगोलिक स्थिति के अनुसार और सबसे शांत जिला भी है, यहां पर सभी जाति धर्म के लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं आज तक किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं हुआ। आईआईटी के लिए सिरसा सबसे उपयुक्त जिला है। बैठक में पूर्व उपप्रधान कीर्ति गर्ग, पूर्व सह सचिव महावीर शर्मा, कृष्ण मेहता, राधेश्याम कुकरेजा, राकेश वधवा, कुलदीप मेहता, दीप कंबोज, कश्मीर चंद, विनोद कुमार, संजय मेहता, युधिष्ठर कुमार, राजेश बंसल, जगदीश मेहता सहित अन्य उपस्थित थे।