गुरुवार दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास विमान हादसा हुआ। इस हादसे में न सिर्फ सैकड़ों लोगों की मौत हुई, बल्कि कई मांओं, कई पिताओं और कई भाई-बहनों की उम्मीदों और सपनों ने भी आखिरी सांस ली। इस हादसे में जान गंवाने वाले पायलट सुमित सभरवाल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। 8,300 घंटों का एक्सपीरियंस लेकर गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले पायलट सुमित सभरवाल ने अपने 90 साल के पिता से एक वादा किया था, जो उनकी मौत के बाद अब अधूरा ही रह गया। सुमित पिछले कई सालों से पायलट के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
इस दौरान वह सिंगल ही रहे। सुमित अपने 90 साल के बुजर्ग पिता के साथ रहते थे। लंदन के लिए आखिरी उड़ान भरने से कुछ दिन पहले सुमित ने अपने पिता से वादा किया था कि वह जल्दी ही नौकरी छोड़ देंगे और पूरा समय उनका ख्याल रखा करेंगे, लेकिन नीयति को कुछ और ही मंजूर था। पिता से किया सुमित का वादा उनके साथ ही चला गया। अब न वे वादा रहा और न ही उसको पूरा करने वाले सुमित, अब कोई चीज बची है, तो 90 साल के बुजुर्ग पिता की आंखों में आंसू और ढेर सारी यादें। अब इन्हीं यादों और उस अधूरे वादे के साथ बुजुर्ग पिता का बाकी का जीवन बीतेगा। अपने जवान बेटे की मौत का मातम मनाते पिता को देखकर हर कोई भावुक हो जा रहा है।