तेल अवीव : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमरीकी अधिकारियों के उस दावे को खारिज किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारना चाहता था, लेकिन अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उसे ऐसा करने से रोक दिया। गौरतलब है कि इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) की ओर से किए गए हमलों में ईरान के कई शीर्ष अधिकारी मारे गए थे, जिनमें इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉप्र्स (आईआरजीसी) कमांडर जनरल होसैन सलामी और ईरानी सेना के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) जनरल मोहम्मद बाघेरी शामिल थे। श्री नेतन्याहू ने इस अभियान को ईरानी परमाणु बुनियादी ढांचे पर ‘पूर्व-खाली हमला’ बताया था।
अमरीका की डिजिटल मीडिया पोलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार खामेनेई के प्रति शत्रुता के भाव के बावजूद ट्रंप उन्हें एक समझौते पर पहुंचने के लिए बातचीत की मेज पर लाने के लिए तैयार है, जो दोनों देशों के लिए व्यावहारिक हो और दोनों को स्वीकार्य हो, ताकि कूटनीति के जरिए इजरायल-ईरान के बीच खतरनाक टकराव रोका जा सके। वहीं इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के एक बयान ने दुनियाभर में हलचल मचा दी है। उन्होंने दावा किया है कि ईरान के इस्लामी शासन ने अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए सबसे बड़ा खतरा माना था और उनकी हत्या की साजिश भी रची थी। नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ट्रंप को मारना चाहता था, वह उसे अपना दुश्मन नंबर वन मानता है। यह दावा अमरीका के समाचार चैनल फॉक्स न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में सामने आया है, जिसकी जानकारी एएनआई ने साझा की है।
अमरीकी राष्ट्रपति को बताया ‘निर्णायक नेता’
बेंजामिन नेतन्याहू ने डोनाल्ड ट्रंप की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें एक मजबूत और निर्णायक नेता बताया। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने कभी भी कमजोर सौदेबाजी नहीं की और न ही दूसरों की शर्तों पर चले। उन्होंने ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को फाड़ दिया और साफ कह दिया कि ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती। नेतन्याहू ने आगे कहा कि ट्रंप ने जो ईरान के खिलाफ रुख अपनाया, उसी वजह से ईरान उसे सबसे बड़ा दुश्मन मानता है।
सुप्रीम लीडर परिवार संग बंकर में भूमिगत
तेहरान। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई अपने परिवार के साथ तेहरान के पूर्वोत्तर भाग में स्थित लाविजान में एक बंकर में भूमिगत हो गए हैं। ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार श्री खामेनेई के पुत्र मुज्तबा के भी उनके साथ हैं। हालांकि उनके अन्य पुत्र मसूद और मुस्तफा उनके साथ नहीं हैं। श्री खामेनेई के भूमिगत होने की सूचना इजरायल की ओर से किए गए हवाई हमले के जवाब में ईरान की ऑपरेशन ट्रू फेज 1 और ट्रू फेज 2 की सैन्य कार्रवाई के बाद आई है। इस अभियान के तहत ईरान ने इजरायल के खिलाफ बड़े पैमाने पर मिसाइल हमले किए थे। इससे पहले इजरायल ने रविवार को ‘ऑपरेशन राइङ्क्षजग लायन’ के तहत 2,300 किलोमीटर दूर स्थित मशहद शहर को निशाना बनाया था। कथित तौर पर यह हमला ईरानी नेता को यह चेतावनी देने के लिए किया गया था कि वह देश में कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं।