शिमला राज्य सरकार ने 77 ईको टूरिज्म साइट्स निजी उद्यमियों को देने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरुआत हो गई है। शुक्रवार को वन विभाग की ईको सोक सोसायटी ने चार ईको टूरिज्म साइट्स के आबंटन को मंजूरी प्रदान की। इसमें दो धर्मशाला की, तो एक-एक साइट कुल्लू व एक शिमला की है।
शुक्रवार को शिमला में ईको टूरिज्म सोसायटी की बैठक थी, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव वन केके पंत ने की। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी ईको सोसायटी संजय सूद ने कार्यसूची प्रस्तुत की, जिनमें चार ईको टूरिज़्म साइट्स को औपचारिक रूप से आबंटन करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
इसमें त्रियूंड वन धर्मशाला, लॉगहट धर्मकोट धर्मशाला, गुलाबा पार्क कुल्लू और नारकंङा नेचर कैम्प शिमला ईको टूरिज़्म साइट्स शामिल हैं।
साथ ही 28 ईको टूरिज़्म साइट्स को अगले चरण में निविदा द्वारा आबंटन करने की स्वीकृति प्रदान की गई, जिनमें वन वृत्त धर्मशाला की पांच, कुल्लू की चार, मंडी की चार व रामपुर की सात ईको टूरिज़्म साइट्स शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त वन विश्राम गृहों में पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने जिसमें खान-पान व अन्य सेवाओं को आउटसोर्स करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन बल प्रमुख समीर रस्तोगी, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन्यप्राणी विंग अमिताभ गौतम, विशेष सचिव टूरिज़्म विजय कुमार, गैर सरकारी सदस्य ईको सोक संजीव गांधी, पीतांबर जयसवाल, अरुण ठाकुर, अरण्यपाल वासु कौशल, संदीप शर्मा, सरोज वर्मा, रघुराम, रजनीश महाजन, दिनेश शर्मा वर्चुअल रूप से इस बैठक में शामिल रहे।