ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत ने तेहरान में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। वर्तमान हालात को देखते हुए ही भारत ने अपने सभी नागरिकों को तेहरान से बाहर जाने की सलाह दी है।
इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए कहा कि तेहरान में भारतीय छात्रों को शहर से निकाल लिया गया है, और कुछ भारतीय नागरिकों को आर्मेनिया की सीमा के रास्ते देश छोड़ने में सहायता की गई है।
इजराइल-ईरान संघर्ष के पांचवें दिन में प्रवेश करने के साथ ही दोनों देशों के बीच शत्रुता बढ़ती जा रही है। ईरान की ओर से कई मिसाइलें इजराइल पर दागी गईं, जिससे हाइफा और उत्तरी इजराइल तथा कब्जे वाले गोलान हाइट्स के दर्जनों अन्य शहरों और समुदायों में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। इसकी पुष्टि इजराइली सेना ने की है।
भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर ले जाया गया है
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि “तेहरान में भारतीय छात्रों को दूतावास द्वारा की गई व्यवस्था के माध्यम से सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर ले जाया गया है। परिवहन के मामले में आत्मनिर्भर अन्य निवासियों को भी विकसित हो रही स्थिति को देखते हुए शहर से बाहर जाने की सलाह दी गई है।”
भारतीय दूतावास सभी संभव सहायता प्रदान करने के लिए समुदाय के साथ लगातार संपर्क में
इसमें कहा गया है, “इसके अलावा, कुछ भारतीयों को आर्मेनिया की सीमा के माध्यम से ईरान छोड़ने में सहायता की गई है।” मंत्रालय ने यह भी कहा कि भारतीय दूतावास सभी संभव सहायता प्रदान करने के लिए समुदाय के साथ लगातार संपर्क में है। इसमें कहा गया है कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए आगे भी सलाह जारी की जाएगी।
इससे पहले दिन में, भारत ने ईरान में अपने नागरिकों और भारतीय मूल के व्यक्तियों (पीआईओ) से क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बाद तेहरान को खाली करने और सुरक्षित स्थान पर जाने का आग्रह किया।
इस संबंध में ईरान में भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट किया था, “सभी भारतीय नागरिक और पीआईओ जो अपने स्वयं के संसाधनों का उपयोग करके तेहरान से बाहर निकल सकते हैं, उन्हें शहर के बाहर सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी जाती है।”
सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी किए गए जारी
भारतीयों से दूतावास के संपर्क में रहने और अपना स्थान और संपर्क नंबर प्रदान करने के लिए कहा गया था। दूतावास ने निकासी प्रक्रिया में सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर – +989010144557; +989128109115; +989128109109 – भी जारी किए। यह घटना इजरायल द्वारा लोगों को दी गई चेतावनी की पृष्ठभूमि में भी हुई है, जिसमें उन्हें मध्य तेहरान को खाली करने की सलाह दी गई है, जो ईरान पर उसके सैन्य हमले में संभावित वृद्धि का संकेत है।
बताना चाहेंगे, भारत के अलावा अमेरिका ने भी लोगों से तेहरान को खाली करने को कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, “सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए।” ईरान को लताड़ते हुए ट्रंप ने कहा, “ईरान को उस सौदे पर हस्ताक्षर करना चाहिए था, जिस पर मैंने उन्हें हस्ताक्षर करने के लिए कहा था। ये कितनी शर्म की बात है, लोग हताहत हो रहे हैं। सीधे शब्दों में कहें तो ईरान परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए। मैंने इसे बार-बार कहा है।”
वहीं एक्स पर एक पोस्ट में, इजरायली सेना के प्रवक्ता अविचाय एड्रै ने शहर के उत्तरपूर्वी हिस्से में स्थित डिस्ट्रिक्ट सी के निवासियों को खाली करने के लिए कहा।
आने वाले घंटों में, इजराइली सेना इस क्षेत्र में करेगी कार्रवाई
एड्रै ने कहा, “आने वाले घंटों में, इजराइली सेना इस क्षेत्र में कार्रवाई करेगी, जैसा कि उसने हाल के दिनों में तेहरान के अन्य हिस्सों में किया है, ताकि ईरानी शासन से संबंधित सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया जा सके।”
उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र में आपकी उपस्थिति आपके जीवन को खतरे में डालती है।” “आपकी सुरक्षा और संरक्षा के लिए, हम आपसे तुरंत खाली करने का आग्रह करते हैं।”
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, डिस्ट्रिक्ट सी में कई महत्वपूर्ण राज्य संस्थान, सरकारी कार्यालय और अर्ध-सरकारी संगठन, साथ ही संचार और खुफिया सुविधाएं स्थित हैं।
इजराइली सेना ने एक बयान में कहा कि सुबह से ही इजराइली लड़ाकू विमानों ने पश्चिमी ईरान से तेहरान की ओर बढ़ते हुए हथियारों और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल लॉन्चर से लदे ट्रकों पर हमला किया है।