मुंबई। एयर इंडिया ने ‘कम से कम जुलाई’ के मध्य तक बड़े विमानों से संचालित होने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 15 प्रतिशत तक कम करने की घोषणा की है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एयरलाइन अपने बड़े विमानों के बेड़े के जरिए प्रतिदिन लगभग 70 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है। कई देशों के हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण पश्चिमी देशों से आने-जाने वाली उड़ानों में देरी हो रही है और पिछले गुरुवार को एआई 171 दुर्घटना के बाद से बोइंग 787 की ज्यादा जांच की वजह से भी दबाव बढ़ गया है।
बुधवार को देर शाम जारी एक बयान में टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने कहा कि उड़ानों में पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव और यूरोप एवं पूर्वी एशिया के कई देशों के हवाई क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू के कारण कई तरह के व्यवधान आए हैं। दूसरी ओर सुरक्षा निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
बयान के मुताबिक इस बाबत इंजीनियरिंग स्टाफ और एयर इंडिया के पायलटों द्वारा आवश्यक सतर्क दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है। बयान में कहा गया है ‘एयर इंडिया ने जटिल परिस्थितियों को देखते हुए अपने परिचालन की स्थिरता, बेहतर दक्षता सुनिश्चित करने तथा यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए अगले कुछ सप्ताहों के लिए बड़े विमानों पर अंतर्राष्ट्रीय सेवाओं में 15 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय लिया है।”