हिमाचल प्रदेश की तरह हरियाणा में भी सियासी संकट खड़ा हो गया है। यहां तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इन तीनों ही विधायकों ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन दे दिया है। बता दें कि 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में मौजूदा समय में 88 विधायक हैं। इसमें से भाजपा के पास 40 विधायक हैं।
यहां भाजपा सरकार को पहले जेजेपी और निर्दलीयों विधायकों का समर्थन मिला था, लेकिन बाद में जेजेपी ने अपना समर्थन वापस ले लिया था और अब तीन निर्दलीयों ने भी अपना समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन कर दिया है। बता दें कि अब हरियाणा विधानसभा में भाजपा के पास 45 विधायकों का समर्थन है, इसमें से 40 विधायक उनके अपने हैं और पांच निर्दलीय हैं।
वहीं, हरियाणा में अचानक पैदा हुए इस सियासी संकट के बीच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की प्रतिक्रिया सामने आई है। खट्टर ने कहा कि कौन किधर जाता है इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि कई विधायक हमारे संपर्क में हैं, इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। वहीं, उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे अपने विधायकों को संभाल कर रखें। जिस दिन हिसाब खुल गया उस दिन इनको समझ आ जाएगा कि हमारे संपर्क में कितने हैं। अगर अविश्वास प्रस्ताव लाया भी गया तो कांग्रेस ही गिरेगी।