साल 2025 वैश्विक राजनीति के लिहाज से बेहद अस्थिर और उथल-पुथल भरा रहा। दुनिया के कई देशों में सरकारें अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाईं। कहीं जन आंदोलन, कहीं संसद में बहुमत की हार, तो कहीं सीधे सैन्य तख्तापलट ने सत्ता की तस्वीर बदल दी।
नेपाल
नेपाल में 2025 राजनीतिक संकट का सबसे बड़ा उदाहरण बना। भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ युवा पीढ़ी (Gen-Z) के आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया। आगजनी और व्यापक विरोध प्रदर्शनों के दबाव में केपी शर्मा ओली की सरकार को झुकना पड़ा। नेपाल में बीते करीब 17 वर्षों में कोई भी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई है।
पुर्तगाल
पुर्तगाल में प्रधानमंत्री लुईस मोंटेनग्रो की दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार मार्च 2025 में संसद में विश्वास मत हार गई। विपक्ष के समर्थन न मिलने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद राष्ट्रपति ने संसद भंग कर दी और 18 मई 2025 को दोबारा चुनाव कराए गए।
बेनिन
पश्चिम अफ्रीकी देश बेनिन में 7 दिसंबर 2025 को सैन्य तख्तापलट हुआ। खुद को मिलिट्री कमेटी फॉर रिफाउंडेशन (CMR) बताने वाले सैनिक समूह ने राष्ट्रपति पैट्रिस टैलोन को हटाने का ऐलान किया। यह तख्तापलट ऐसे समय हुआ जब देश राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी कर रहा था।
जर्मनी
जर्मनी में ओलाफ शोल्ज की गठबंधन सरकार संसद में बहुमत खो बैठी। सोशल डेमोक्रेट्स, ग्रीन्स और फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच आंतरिक मतभेद खुलकर सामने आए। विश्वास प्रस्ताव हारने के बाद सरकार कई अहम विधेयक पास नहीं कर सकी, जिससे राजनीतिक संकट गहराया।
जापान
जापान में जुलाई 2025 में हुए निचले सदन के चुनाव में सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) को हार का सामना करना पड़ा। इसकी जिम्मेदारी लेते हुए प्रधानमंत्री शिगेरु इशीबा ने इस्तीफा दिया। बाद में एलडीपी के ही साने ताकाइची को नया प्रधानमंत्री चुना गया।