भारत की सीमेंट उद्योग ने मई 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 9% साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की है। कुल उत्पादन 39.6 मिलियन मीट्रिक टन (MT) तक पहुंच गया है। रेटिंग एजेंसी ICRA की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में सीमेंट की औसत कीमतों में 8% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे एक 50 किलो के बैग की कीमत अब ₹360 हो गई है।
रिपोर्ट बताती है कि (वित्त वर्ष 2025-26) के पहले दो महीनों में सीमेंट की औसत कीमत ₹360 प्रति बैग रही, जो पिछले साल की तुलना में 7% अधिक है। यह वृद्धि FY25 में आई 7% गिरावट के बाद देखने को मिली है, जब कीमतें ₹340 प्रति बैग तक पहुंच गई थीं।
मांग में स्थिरता बनी हुई
अप्रैल और मई 2025 के दौरान सीमेंट डिस्पैच (आपूर्ति) में 8% की सालाना वृद्धि हुई और कुल आपूर्ति 78.7 मिलियन मीट्रिक टन रही। FY25 में यह वृद्धि दर 6.3% थी और पूरे वर्ष में कुल 453 मिलियन मीट्रिक टन की आपूर्ति हुई थी।
ICRA का अनुमान है कि FY26 में सीमेंट की मांग 6-7% की दर से बढ़कर 480-485 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच सकती है। यह वृद्धि आवास निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से मिल रही निरंतर मांग की वजह से संभव हो सकती है। ICRA द्वारा विश्लेषण किए गए कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार, FY26 में ऑपरेटिंग मार्जिन 80 से 150 बेसिस पॉइंट बढ़कर 16.3% से 17.0% तक पहुंचने की संभावना है। इसका श्रेय कीमतों में वृद्धि और लागत घटने को दिया गया है।
कच्चे माल की लागत में राहत
रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2025 में कोयले की कीमतों में 19% की गिरावट आई है और यह $100/MT पर आ गई है। वहीं, पेटकोक की कीमतों में 2% की गिरावट दर्ज की गई है और यह ₹10,880/MT रही। डीजल की कीमत ₹88 प्रति लीटर पर स्थिर बनी रही। FY26 की पहली तिमाही में कोयले की कीमतें 6% कम, पेटकोक 1% अधिक, जबकि डीजल के भाव में कोई बदलाव नहीं देखा गया।
मंत्रालय ने क्या कहा?
मंत्रालय ने कहा कि फरवरी, मार्च और अप्रैल के लिए आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक की अंतिम वृद्धि दर क्रमशः 3.4, 4.5 और 1.0 प्रतिशत रही। मई में सीमेंट उत्पादन में 9.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अप्रैल से मई, 2025-26 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 7.8 प्रतिशत बढ़ा।