शिमला: मई महीने में बेमौसमी बारिश ने फसलों की सेहत बिगाड़ दी है। ऊपरी शिमला में शनिवार को हुई ओलावृष्टि ने कई स्थानों पर बागबानों की सेब व मटर की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है। अभी मौसम का यह सितम नौ मई तक रहेगा, वहीं पांच मई को कई स्थानों पर दोबारा से ओलावृष्टि होने की आशंका है। भारी ओलावृष्टि से ऊपरी शिमला के कुछ क्षेत्रों जिनमें कुफरी, फागू, ठियोग व कुमारसैन शामिल हंै, में सेब, गुठलीधार फलों के साथ सब्जियों की फसल को भारी नुकसान पहुंचा, वहीं सडक़ें ओले गिरने से सफेद हो गईं। मौसम के कड़े तेवरों ने किसानों-बागबानों को चिंता में डाल दिया है। पहाड़ों पर कई स्थानों पर ओलावृष्टि होने के साथ मैदानी इलाकों में बारिश रिकार्ड की गई है। बारिश होने से गेहूं की तैयार फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। दोपहर दो बजे के करीब ऊपरी शिमला के छराबड़ा, फागू, कुफरी, ठियोग के चेवग, बलसन, धमांदरी, देवरीघाट के साथ कुमारसैन, कोटगढ़ और नारकंडा में भारी ओलावृष्टि रिकार्ड की गई है। मटर, फ्रांसबीन सहित अन्य सब्जियों को भारी क्षति पहुंची है। प्रदेश के कांगड़ा, मंडी व कुल्लू में भी कई स्थानों पर बारिश रिकार्ड की गई है। मैदानों में बारिश गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा रही है। मौसम में आए बदलाव के बाद पहाड़ों पर दिन के समय गर्मी कम हुई है। 24 घंटों के दौरान राज्य के कई स्थानों पर बारिश रिकार्ड हुई है। देहरागोपीपुर में 35.2 मिलीमीटर, पांवटा साहिब में 17.4, शिमला में 16.6, कंड़ाघाट में 15.0, जुब्बलहट्टी में 14.8, सोलन में 10.0 और करसोग में 8.1 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
आज पांच जिलों के लिए अलर्ट
मौसम विभाग का पूर्वानुमान देखें, तो रविवार को प्रदेश के पांच जिलों में भारी बारिश व ओलावृष्टि होने की आशंका है। इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। केंद्र द्वारा कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला व सिरमौर में भारी बारिश व ओलावृष्टि होने का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा राज्य के शेष जिलों में भी कई स्थानों पर आंधी के साथ बारिश होने का अनुमान जताया जा रही है, जबकि राज्य में नौ मई तक मौसम खराब बना रहेगा। इससे पहले आठ मई तक मौसम खराब बताया गया था।