जालंधर; पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में नशे के खात्मे के लिए शुरू किए गए ‘ युद्ध नशे के विरुद्ध ’ अभियान के तहत जालंधर ग्रामीण पुलिस ने सिविल प्रशासकीय अधिकारियों सहित आज फिल्लौर सब-डिवीजन के अंतर्गत गन्ना गांव में पंचायती जमीन पर बनाए गए कमरे को खाली करवाया और इस कमरे के साथ-साथ अतिरिक्त जगह पर किए गए अतिक्रमण को भी हटाया।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए एस.एस.पी. हरविंदर सिंह विर्क ने बताया कि नशा तस्कर महिला पत्नी देशों कुलदीप कुमार निवासी गन्ना गांव के खिलाफ फिल्लौर थाने में एनडीपीएस एक्ट के 3 मामले दर्ज है। इसके अलावा इस महिला को सजा भी हो चुकी है।
एस.एस.पी. ने बताया कि उसने गांव की करीब 8 मरला जमीन पर कब्जा कर रखा था और एक कमरा भी बना रखा था। उन्होंने बताया कि उक्त कमरा पंचायत विभाग को सौंप दिया गया है और कमरे सहित अवैध कब्जे को जालंधर ग्रामीण पुलिस और बी.डी.पी.ओ फिल्लौर के नेतृत्व में एस.पी. हेड क्वार्टर परमिंदर सिंह हीर और डी.एस.पी. स्वर्ण सिंह बल की निगरानी में हटा दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई पंचायत विभाग की शिकायत पर की गई है। श्री विर्क ने नशे के खिलाफ जंग मुहिम के तहत नशे के खात्मे के लिए पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराते हुए कहा कि जालंधर ग्रामीण पुलिस द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे नशे से संबंधित किसी भी गतिविधि की जानकारी व्हाट्सएप नंबर 9779-100-200 पर दें। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नशे से संबंधित गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई की जाएगी। एस.पी. हेड क्वार्टर परमिंदर सिंह हीर ने बताया कि अवैध ढंग से बनाए गए कमरे को पंचायत विभाग को सौंप दिया गया है, जहां विभाग युवाओं के लिए जिम बनाएगा। गांव गन्ना की पंचायत ने पंजाब सरकार द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि गांव में जिम की सुविधा मिलने से युवा नशे से दूर रहेंगे और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।