भूटान के मुख्य मठाधीश जे खेंपो, ट्रुलकु जिग्मे चोएद्रा और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे भारत की आधिकारिक यात्रा पर आ रहे हैं। दोनों नेता बिहार के राजगीर में शाही भूटान मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेंगे। यह मंदिर भारत और भूटान के बीच साझा बौद्ध धर्म और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। भारत के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद भूटान के प्रधानमंत्री अयोध्या में श्रीराम मंदिर के दर्शन के लिए भी जाएंगे।
यह यात्रा दोनों देशों के बीच गहरे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रिश्तों को और मजबूत करेगी। राजगीर में बनाए गए शाही भूटान मंदिर के लिए बिहार सरकार ने जमीन उपलब्ध कराई है, जो दोनों देशों के सहयोग का एक उदाहरण है। यह यात्रा भारत और भूटान के बीच नियमित उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को दर्शाती है। दोनों देशों के बीच विशेष साझेदारी लंबे समय से चली आ रही है, जो आपसी सम्मान और सहयोग पर आधारित है।
शाही भूटान मंदिर का उद्घाटन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह दोनों देशों के लोगों को और करीब लाने का भी एक अवसर है।
जे खेंपो और प्रधानमंत्री तोबगे की यह यात्रा भारत-भूटान संबंधों को और गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। दोनों देश लंबे समय से व्यापार, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में एक-दूसरे का सहयोग करते आए हैं। इस यात्रा से दोनों देशों के बीच दोस्ती और मजबूत होगी।