Sunday, June 15, 2025
BREAKING
पांवटा साहिब मेंं लव जिहाद पर बवाल, पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज, कई लोग जख्मी बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम नरेंद्र मोदी को किया फोन, जानिए क्या हुई बातचीत अब एयर इंडिया के सभी बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों की होगी जांच, अहमदाबाद प्लेन हादसे के बाद DGCA का फैसला, अधूरा रह गया वादा, सिंगल थे पायलट सुमित सभरवाल, नौकरी छोडक़र 90 साल के पिता का रखना चाहते थे ख्याल Israel-Iran Attack: ईरान के पास मिसाइलें ज्यादा, तो इजरायल का एयर डिफेंस शानदार Israel-Iran Attack: मलबा बनी इमारतें, हर तरफ धुआं, इजरायल ने एक रात में ईरान में मचा दी तगड़ी तबाही इंग्लैंड से स्वदेश लौटे गौतम गंभीर, यह है कारण न्यूजीलैंड के भारत दौरे को आठ शहर शॉर्टलिस्ट, टी-20 वल्र्ड कप से पहले खेले जाएंगे वनडे और टी-20 मैच एयर इंडिया क्रैश में मृतकों को टीम इंडिया ने दी श्रद्धांजलि ईरान-इजराइल तनाव से सहमा बाजार

सेहत

खुद को ही खाना शुरू कर देता है दिमाग, जब आप लगातार करते हैं ये काम: रिसर्च में हुआ खुलासा

28 मार्च, 2025 07:16 PM

अगर कोई व्यक्ति अधिक समय तक और लगातार कड़ी मेहनत करता है, तो उसका मस्तिष्क ऊर्जा की कमी को पूरा करने के लिए अपने कुछ हिस्सों को तोड़ने लगता है। एक शोध में यह पाया गया कि जब शरीर में ग्लूकोज का स्तर बहुत कम हो जाता है, तो मस्तिष्क अपनी सुरक्षा परत (मायलिन) को ऊर्जा के रूप में उपयोग करने लगता है। मायलिन एक चिकनी परत होती है, जो तंत्रिका कोशिकाओं को सुरक्षित रखती है।



स्पेन के न्यूरोसाइंटिस्टों ने एक शोध के दौरान 10 मैराथन धावकों के मस्तिष्क का स्कैन किया। उन्होंने दौड़ से पहले और बाद में उनके मस्तिष्क का एमआरआइ स्कैन किया। इस शोध में पाया गया कि दौड़ पूरी करने के बाद धावकों के मस्तिष्क में मायलिन की कमी हो गई थी। खासकर दौड़ के बाद मस्तिष्क के वे हिस्से अधिक प्रभावित हुए जो गति, संवेदनशीलता और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं से जुड़े होते हैं।



यह प्रक्रिया "मेटाबोलिक मायलिन प्लास्टिसिटी" कहलाती है, जो एक जीवित रहने की रणनीति है। जब मस्तिष्क में ऊर्जा कम होती है, तो वह काम करना बंद करने की बजाय अपनी सुरक्षा परत (मायलिन) को छोड़ देता है। यही कारण है कि धावक दौड़ के बाद धीमी प्रतिक्रिया और स्मृति से जुड़ी समस्याओं का अनुभव करते हैं।



हालांकि, यह प्रभाव अस्थायी होता है। जब शरीर को पर्याप्त पोषण और आराम मिलता है, तो मस्तिष्क अपनी सामान्य स्थिति में वापस लौट आता है। शोध में यह भी पाया गया कि दो हफ्तों बाद मस्तिष्क में मायलिन की मात्रा बढ़ने लगी और दो महीने में यह पूरी तरह से सामान्य हो गया।

 

Have something to say? Post your comment

और सेहत खबरें

कोरोना काल में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए संजीवनी बनी पीएम स्वनिधि योजना

कोरोना काल में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए संजीवनी बनी पीएम स्वनिधि योजना

नई दिल्लीः कोरोना वायरस से 5 माह के नवजात की मौत

नई दिल्लीः कोरोना वायरस से 5 माह के नवजात की मौत

श्री बालाजी सुपर स्पेशियलिटी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड हॉस्पिटल कांगड़ा से पहल

श्री बालाजी सुपर स्पेशियलिटी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड हॉस्पिटल कांगड़ा से पहल

भारत और EU की नई साझेदारी, समुद्री कचरे से होगी ग्रीन हाइड्रोजन की खोज

भारत और EU की नई साझेदारी, समुद्री कचरे से होगी ग्रीन हाइड्रोजन की खोज

तेज गर्मी से बढ़ा डिहाइड्रेशन का खतरा, मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत का इजाफा

तेज गर्मी से बढ़ा डिहाइड्रेशन का खतरा, मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत का इजाफा

अब गठिया और पथरी को कहिए अलविदा, ये कांटेदार पौधा लेकर आया है आपके लिए 8 Benefits, जानिए इसका जादुई असर

अब गठिया और पथरी को कहिए अलविदा, ये कांटेदार पौधा लेकर आया है आपके लिए 8 Benefits, जानिए इसका जादुई असर

Health Alert: नमक डालते ही जहर बन जाती हैं खानें की ये 5 चीजें, भूलकर भी न करें ये गलती!

Health Alert: नमक डालते ही जहर बन जाती हैं खानें की ये 5 चीजें, भूलकर भी न करें ये गलती!

Silent Killer है हाई ब्लड प्रेशर, लक्षण दिखने से पहले ही ये किडनी पर कर देता है अटैक !

Silent Killer है हाई ब्लड प्रेशर, लक्षण दिखने से पहले ही ये किडनी पर कर देता है अटैक !

माइग्रेन को जड़ से खत्म करना तो पी लें ये आयुर्वेदिक टी, बिना Side Effect के मिलेगा आराम

माइग्रेन को जड़ से खत्म करना तो पी लें ये आयुर्वेदिक टी, बिना Side Effect के मिलेगा आराम

गर्मियों में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए अपनाएं ये हेल्दी टिप्स

गर्मियों में हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए अपनाएं ये हेल्दी टिप्स