चंडीगढ़/मोहाली : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को सेहत बिगड़ने के चलते मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, उन्हें कमजोरी और धड़कन धीमी होने की शिकायत थी। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें निगरानी में रखा गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री की तबीयत पिछले कुछ दिनों से खराब चल रही थी। दरअसल, राज्य में हाल ही में आई भीषण बाढ़ के बाद सीएम भगवंत मान लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे थे, जिसके बाद उनकी सेहत बिगड़ गई। 3 सितंबर को वे चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास लौटे थे, लेकिन इसके बाद गुरदासपुर का दौरा रद्द करना पड़ा। 5 सितंबर को तबीयत और बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया।
मुख्यमंत्री की तबीयत को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने आरोप लगाया कि सरकार बाढ़ राहत को लेकर गंभीर नहीं है और कैबिनेट की समीक्षा बैठक 'आंतरिक कलह' के कारण रद्द की गई, न कि सीएम की तबीयत खराब होने की वजह से। इन आरोपों का जवाब आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता बलतेज पन्नू ने सोशल मीडिया पर दिया। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, "लाइक और शेयर के लिए इतना नीचे न गिरो कि खुद से नजरें मिलाना मुश्किल हो जाए। अगर वास्तव में पंजाब की चिंता है, तो बाढ़ में फंसे लोगों की मदद करो, सिर्फ बयानबाजी मत करो।"
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री खुद ग्राउंड पर जाकर लोगों की मदद कर रहे थे, उसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी। ऐसे समय में सवाल उठाना अमानवीयता है। सीएम भगवंत मान से मिलने के लिए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, बलतेज पन्नू और खुद अरविंद केजरीवाल भी अस्पताल या उनके आवास पर पहुंचे थे। सिसोदिया ने उम्मीद जताई है कि भगवंत मान एक-दो दिनों में स्वस्थ होकर वापसी करेंगे।