शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून का आगमन हो गया है जिसके चलते राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। इस क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने से शिमला, पठानकोट और आसपास के इलाकों में इसका असर देखा गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार अगले 48 घंटों में मानसून के पूरी तरह से आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। पिछले 24 घंटों में नादौन (63.5 मिमी), कांगड़ा (55.5 मिमी) और पांवटा साहिब (49.0 मिमी) में भारी बारिश दर्ज की गई जबकि कुकुम सेरी में 46 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की सूचना है। इस दौरान हालांकि ओलावृष्टि नहीं हुई लेकिन अगले दो दिनों में अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक ऊना क्षेत्र में सबसे गर्म स्थान रहा जहां अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हमीरपुर और बिलासपुर में क्रमशः 35.2 डिग्री सेल्सियस और 34.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इसके विपरीत कुकुमसेरी में सबसे कम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पहाड़ी शहरों में शिमला में न्यूनतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि मनाली में यह क्रमश 21.1 डिग्री सेल्सियस और 28.3 डिग्री सेल्सियस रहा। कल्पा और केलांग जैसे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ठंडक रही जहां अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।
अधिकांश जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से 3-6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा जबकि बारिश प्रभावित क्षेत्रों में अधिकतम तापमान औसत के करीब या थोड़ा कम रहा। इस बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ( माकपा) मंडी जिला सचिव भूपिंदर सिंह ने कहा कि मंडी के पचडू के पास गुसाई खड्ड में जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है जिससे एक स्थानीय मंदिर का एक हिस्सा डूब गया है। उन्होंने प्रशासन से निचले इलाकों में और अधिक नुकसान या दुर्घटना रोकने के लिए प्राथमिकता के आधार पर स्थिति का मूल्यांकन करने का आग्रह किया।
इस बीच मौसम विभाग ने आगामी दिनों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है जिससे जलभराव, अचानक बाढ़ और संवेदनशील स्थानों पर भूस्खलन की आशंका है। स्थानीय निवासियों और यात्रियों को सतर्कता बरतने और आधिकारिक चैनलों के माध्यम से स्थिति पर नजर रखने की सलाह दी गयी है ।