जम्मू/श्रीनगर : श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इस बदलाव का मकसद कश्मीर की खास सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को दुनिया के सामने लाना है। इस नई योजना के तहत हवाई अड्डे को न सिर्फ आधुनिक सुविधाओं से सजाया जाएगा, बल्कि इसमें कश्मीर की कला, संस्कृति और सुंदरता को भी खूबसूरती से शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य यात्रियों को एक ऐसा अनुभव देना है, जो न सिर्फ आरामदायक हो, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी खास हो।
श्रीनगर हवाई अड्डे को अब केवल एक यात्रा केंद्र नहीं, बल्कि कश्मीर की संस्कृति और परंपरा को दिखाने वाले एक सुंदर प्रवेश द्वार के रूप में बदला जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस बदलाव से हवाई अड्डा आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ कश्मीरी सौंदर्य, वास्तुकला और स्थानीय कला का भी अनुभव कराएगा। नया टर्मिनल कश्मीर की आत्मा को दर्शाएगा, जहां लकड़ी की नक्काशी, पारंपरिक डिजाइन और स्थानीय संस्कृति की झलक दिखाई देगी।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने के उपरांत घाटी के भ्रमण पर आने वाले पर्यटक कश्मीरी संस्कृति के साथ एक गहरा जुड़ाव महसूस करेंगे। उन्होंने कहा कि श्रीनगर एयरपोर्ट मात्र एक पारगमन बिंदु न रहकर कश्मीर की आत्मा से परिचय कराएगा। जानकारों के अनुसार अपग्रेड किए गए एयरपोर्ट के माध्यम से आगंतुकों के लिए एक स्वागत योग्य और यादगार प्रभाव पैदा कर क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। पर्यटक कश्मीर की विरासत की कहानी बयान करने वाले एक आधुनिक लाउंज, सौंदर्यपूर्ण रूप से मनभावन सार्वजनिक स्थानों और सांस्कृतिक प्रदर्शनों का आनंद लेंगे।
उन्होंने कहा, ‘यह परियोजना जम्मू-कश्मीर में हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे के लिए एक नया मानक स्थापित करने के लिए तैयार है, जो आधुनिकता को परंपरा के साथ सहज और प्रेरक तरीके से जोड़ती है।’ परियोजना का उद्देश्य हवाई अड्डे के टर्मिनल को एक सांस्कृतिक प्रवेश द्वार में बदलना है जो दृश्य प्रदर्शन, कलाकृतियों और डिजाइन तत्वों के माध्यम से स्थानीय विरासत को उजागर करेगा। यहां आने वाले यात्रियों को आधुनिक तकनीक, पारंपरिक कश्मीरी गर्मजोशी एवं आतिथ्य भावना के सह-अस्तित्व में अतीत और वर्तमान का एक सहज मिश्रण का अनुभव होगा। वहीं सौंदर्य उन्नयन के अलावा पुर्नविकास परियोजना में यात्री सुविधाओं जैसे लाउंज, भोजन क्षेत्र और खुरीददारी स्थानों में सुधार करना शामिल है, जो सभी स्थानीय स्वाद और थीम को प्रतिबिंबित करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। परियोजना समकालीन हरित भवन प्रथाओं के अनुरूप सुनिश्चित करने के लिए स्थिरता और पर्यावरणीय विषयों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।